नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज कहा कि वह आम सहमति वाले राष्ट्रपति उम्मीदवार को प्राथमिकता देगी और बेहतर होगा कि सरकार भी इसे समझ ले।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, कांग्रेस पार्टी ने प्रत्येक महत्वपूर्ण निर्णय पर आम सहमति कायम करने का प्रयास किया है। किंतु राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तस्वीर अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।
उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि सरकार इस मुद्दे पर सर्वसम्मति की आवश्यकता को समझे। बेहतर हो कि आम सहमति बने। किन्तु अभी मैं कुछ नहीं कह सकता।
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रणब मुखर्जी के उत्तराधिकारी को लेकर कोई सहमति बनने के आसार हैं, शर्मा ने कहा, मैं नहीं कह सकता कि सरकार क्या सोच रही है किन्तु मैं उनकी मानसिकता समझा रहा हूं जो देश के खिलाफ है। सरकार क्या सोच रही है, मेरे लिए यह बता पाना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि पिछले राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा ने मुखर्जी की उम्मीदवारी का विरोध कर मानसिक दिवालियापन का परिचय दिया था।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने वरिष्ठ मंत्रियों- राजनाथ सिंह, एम वेंकैया नायडू और अरूण जेटली की सदस्यता वाली एक समिति बनायी है। इस समिति को राष्टपति उम्मीदवार के लिए आम सहमति बनाने की जिम्मेदारी दी गयी है जो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित विपक्ष के नेताओं से बात करेगी।