नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस आरोप पर कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर के घर पर पाकिस्तान के अच्चाधिकारियों की बैठक हुई थी, पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर ने कहा है कि उस बैठक में सिर्फ भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर बातचीत हुई थी. पीएम मोदी ने गुजरात के बनासकांठा की रैली में कहा था, ‘’मणिशंकर अय्यर के घर पाकिस्तान के उच्चायुक्त, पाकिस्तान के पूर्व विदेश सचिव के साथ कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक हुई थी, जिसके अगले ही दिन मणिशंकर अय्यर ने उन्हें नीच कहा.’’
पीएम मोदी के कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों पर दीपक कपूर ने अंग्रेज़ी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा है, ‘’मैं उस बैठक में मौजूद था. बैठक में सिर्फ भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर बातचीत हुई थी और किसी मुद्दे पर नहीं.’’
बता दें कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया था कि मणिशंकर के घर एक बैठक हुई थी, जिसमें पाकिस्तान के उच्चायुक्त और पूर्व विदेश मंत्री भी शामिल थे. ग़ौरतलब है कि मोदी को लेकर किए गए विवादास्पद संबोधन के बाद मणिशंकर अय्यर को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया है.
पीएम मोदी ने दावा किया कि उस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और पूर्व उपराष्ट्रपति भी मौजूद थे. यही नहीं पीएम मोदी ने एक पाकिस्तान जनरल का नाम लेकर कहा है कि वो अहमद पटेल को गुजरात का सीएम बनवाना चाहता है. लेकिन , पीएम मोदी के इन आरोपों पर कांग्रेस ने कहा है कि गुजरात चुनाव में हार के डर से प्रधानमंत्री इस तरह की बातें कर रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "देश के उच्च पद पर होते हुए मोदी जी निराधार आरोप लगा रहे हैं. मोदी जी चिंतित हैं, उदास हैं, गुस्सा हैं. इस तरह के आरोप में कोई सच्चाई नहीं है. ऐसे बयान प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देते.''
सुरजेवाला ने कहा, "पूरे देश को पता है कि पाकिस्तान से कौन प्यार करता है. किसने अलगाववादियों को सुरक्षा दी है. अगर मोदी जी को पाकिस्तान से जुड़े मुद्दों पर चुनाव लड़ना है तो उन्हें गुजरात की जनता को बताना चाहिए उन्होंने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पर भरोसा किया पठानकोट एयरबेस में आने की इजाजत दी." सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री की औचक पाकिस्तान यात्रा पर भी सवाल उठाया.
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के सलाहकार और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है, ‘’ये बेहद दुखद है कि प्रधानमंत्री जैसे पद पर बैठा व्यक्ति झूठी अफवाहों पर भरोसा कर रहा है और सिर्फ एक चुनाव जीतने के लिए झूठ बोल रहे हैं.’’