नई दिल्ली: गुजरात चुनाव के दौरान बदजुबानी वाली पॉलिटिक्स के पीछे पाकिस्तानी प्लानिंग है। बीजेपी नेताओं के आरोपों की मानें तो एक बड़ा खुलासा है, जो सामने आ रहा है। कांग्रेस से निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर के नीच वाले बयान से ठीक पहले एक गुप्त मीटिंग की बात सामने आ रही है, जो खुद अय्यर के घर पर हुई थी। बताया जा रहा है कि इस सीक्रेट मीटिंग में देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ-साथ पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी भी थे।
हालांकि, पाकिस्तानी अधिकारियों की तरफ से ना तो इस मीटिंग की पुष्टि की गई है और ना ही इसे खारिज किया गया है। कहा जा रहा है कि कसूरी मणिशंकर अय्यर के पुराने दोस्त हैं और फिलहाल उन्हीं के साथ हैं। अब बीजेपी इस मामले पर कांग्रेस से सफाई मांग रही है कि पाकिस्तानी नेता से हुई इस मीटिंग की जानकारी विदेश मंत्रालय को दी गई थी या नहीं।
ये हैरान करने वाला दावा बीजेपी के नेता अजय अग्रवाल ने किया है। अजय अग्रवाल ने सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। अग्रवाल के मुताबिक़ मीटिंग 6 दिसंबर की शाम दिल्ली के जंगपुरा में मणिशंकर अय्यर के घर आयोजित की गई थी।
अब बीजेपी नेता मीटिंग पर सवाल उठा रहे हैं कि ये सीक्रेट मीटिंग किसी बड़ी सियासी प्लानिंग की ओर तो इशारा नहीं कर रही। बीजेपी का आरोप है कि पाकिस्तान के अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग के बाद ही मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए नीच जैसे शब्द का इस्तेमाल किया।
बीजेपी अब सवाल उठा रही है कि आखिर कांग्रेस के इन बड़े नेताओं की पाकिस्तान के अधिकारियों के साथ क्या सीक्रेट डील हुई। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भी सवाल उठाया है कि क्या कांग्रेस ने विदेश मंत्रालय को इस मीटिंग की जानकारी दी।
पाकिस्तान के अधिकारियों के साथ कांग्रेस की इस गुप्त मीटिंग पर सवाल सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी उठाए है। स्वामी ने ट्वीट कर पूछा है
कि क्या पांच दिनों पहले गुजरात पर रणनीति तैयार करने के लिए पाकिस्तान एंबेसडर ने मणिशंकर अय्यर के घर कांग्रेस के तीन नेताओं के साथ सीक्रेट मीटिंग मीटिंग की है। कहीं तख्ता पलट तो नहीं होने वाला। बीजेपी ने राहुल गांधी से इस पूरे मामले की सफाई मांगी है। ज़ाहिर गुजरात चुनाव के बीच इस मुद्दे पर कांग्रेस चारों ओर से घिरती नज़र आ रही है।