जम्मू: जम्मू-कश्मीर में बीते कुछ महीनों में सुरक्षाबलों को आतंकियों के खिलाफ काफी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों की कार्रवाई ने प्रदेश में आतंकियों की कमर तोड़कर रख दी है। वहीं, उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने आतंकवादियों द्वारा मासूम लोगों की हत्या किए जाने पर अलगाववादियों की चुप्पी की अलोचना करते हुए कहा कि राज्य में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक चरण में पहुंच गई है। उन्होंने अलगाववादियों के साथ वार्ता का भी विरोध किया जो ‘मासूम लोगों की हत्या के दौरान चुप थे और जब आतंकवादियों को खदेड़ा गया तो उन्होंने बंद का आह्वान किया।’
निर्मल ने कहा कि हम आतंकवाद पर इस लड़ाई में निर्णायक चरण में पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि सीमा पार से यह प्रतिक्रिया अपेक्षित थी लेकिन हमने स्थिति पर नियंत्रण कर लिया है। उन्होंने कहा कि जो आत्मसपर्मण करने को तैयार हैं उन्हें शांतिपूर्ण जिंदगी बिताने का मौका दिया जाता है लेकिन जो लड़ने को उतारू हैं वे उसके परिणाम भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘दक्षिण कश्मीर में एक ही दिन में (पिछले रविवार) 13 आतंकवादियों को खदेड़ा गया और अन्य ने आत्मसपर्मण किया। यह कमजोर नीतियों के कारण नहीं हुआ।’
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष चाहता है कि सरकार बातचीत शुरू करे। उन्होंने पूछा, ‘आखिर किससे? जो मासूमों की हत्या कर रहे हैं या जो युवकों को हवाला के जरिए पैसे भेजकर पथराव करने के लिए उकसा रहे हैं। जब मासूम मारा जाता है तो हुर्रियत खामोश रहता है लेकिन जब एक आतंकवादी को खदेड़ा गया तो उन्होंने बंद बुला लिया।’ उप मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह अलगाववादियों और पाकिस्तान के साथ वार्ता की मांग कर राजनीति कर रही है।