मध्यप्रदेश में हुए बहुचर्चित व्यापम घोटाले का कवरेज करने दिल्ली से आए समाचार चैनल 'आजतक' के पत्रकार अक्षय सिंह की शनिवार की दोपहर को झाबुआ में हुई मौत में राजनीति गरमाहट आना शुरु हो गई है। कांग्रेस के नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा है कि, यदि चौहान इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाना चाहते हैं तो उन्हें गृह मंत्रालय को इस मामले की जांच CBI से करवाने के लिए पत्र लिखना चाहिए।
अक्षय सिंह का दिल्ली के निगमबोध घाट पर आज अंतिम संस्कार हुआ। कल उनका दाहोद में पोस्टमॉर्टम किया गया था। अक्षय के अंतिम संस्कार में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे।
दूसरी तरफ अपने ऊपर हो रहे हमलों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मैं बहुत दुखी हूं। एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में पत्रकार अक्षय सिंह की आकस्मिक बीमारी से निधन हो गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हम उन्हें बचा नहीं सके।
मुख्यमंत्री ने कहा, पत्रकार के परिवार को अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। गुजरात में डॉक्टरों की एक टीम ने उनके शव का पोस्टमार्टम किया और इसकी वीडियोग्राफी कराई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकार की मौत की जांच SIT से कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापम घोटाले की जांच हाईकोर्ट के निर्देश पर हो रही है। जांच में जैसे-जैसे तथ्य आए कार्रवाई होती गई।
व्यापम घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरावाल ने भी प्रिक्रिया दी है। केजरावाल ने ट्वीट कर कहा कि, " व्यापम घोटाले और उसमें हुई मौतों की गहराई से जांच होनी चाहिए। दोशियों को सज़ा मिलनी चाहिए।" दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इस मामले में स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाने की मांग की है।
झाबुआ जिले की मेघनगर थाना के एसपी आबिद खान का कहना है कि, अभी यह मामला हार्ट अटैक का लगता है खुद चैनल के लोग गवाह है ओर नम्रता के परिजन भी गवाह है, लेकिन फिर भी पुलिस जांच करेगी।
वहीं कांग्रेस के अन्य नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि, वह इसम मामले में किसी पर आरोप नहीं लगा रहे हैं लेकिन यह एक बेहद संवेदनशील मामला है जिस पर पार्टी ध्यान आकर्षित करना चाहती है।
UPA सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे आर. पी. एन सिंह ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि पीएम सिर्फ सेल्फी और डायलॉग पर ही रह जाएंगे।
अक्षय सिंह व्यापमं घोटाले में हुईं मौतों की विशेष रिपोर्ट के लिए पिछले चार दिनों से मध्य प्रदेश में थे। वे शनिवार को झाबुआ में डामोर परिवार से बातचीत कर रहे थे। डामोर परिवार की एक लड़की नमिता व्यापमं घोटाले में आरोपी थी और उसकी संदिग्ध हालत में मौत हुई थी।
बताया जाता है कि इंटरव्यू लेने के बाद अक्षय एवं उनके साथी संबंधित कागजात की फोटोकॉपी लेने का इंतजार कर रहे थे, तभी उनकी तबीयत बिगड़ी और 'मुंह से झाग' निकलने लगा। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
33 नहीं, व्यापमं घोटाले में हुईं हैं 46 मौतें: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस ने व्यापमं घोटाले से जुड़े व्यक्तियों की मौत को लेकर दावा किया है कि अब तक 33 नहीं, बल्कि 46 मौतें हो चुकी हैं। मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने एसआईटी को मृतकों की सूची सौंपते हुए गहराई से जांच की मांग की है। साथ ही जेल में बंद पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, सुधीर शर्मा, पंकज त्रिवेदी, नितिन, यूसी उपरीत की सुरक्षा को लेकर आशंका जाहिर की है।