गांधीनगर: विजय रुपाणी ने आज यहां गुजरात के मुख्यमंत्री पद की दूसरी बार शपथ ली. उनके अलावा नितिन पटेल ने भी उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह तथा बीजेपी शासित 16 राज्यों के मुख्यमंत्री की मौजूदगू में आठ ने कैबिनेट और दस ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली.
- कुमार कानानी, राज्यमंत्री- पाटीदार आंदोलन के ऐपिसेंटर सूरत से जीते है. पाटीदार आंदोलन का प्रभाव कम करने में बड़ा हाथ है. वराछा सीट बड़े मार्जिन से जीतने का इनाम मिला दूसरी बार विधानसभा का चुनाव जीता है. पहली बार मंत्रिमंडल में स्थान मिल रहा है.
- रमण पाटकर, राज्यमंत्री- दक्षिण गुजरात के बड़े आदिवासी नेता हैं. 1995 में आदिवासी इलाकों में BJP की जीत की नींव रखी है. उमरगाम की सीट से ये इस बार 5वीं बार विधायक बने हैं. पहली बार मंत्री पद मिल रहा है.
- विभावरी दवे, राड्यमंत्री- रुपाणी सरकार में एक मात्र महिला और ब्राह्मण चेहरा हैं. तीसरी बार चुनाव जीतकर विधायक बनी विभावरी दवे भावनगर की पहली महिला मेयर भी रह चुकी हैं. रुपाणी सरकार में संसदीय सचिव के पद पर थीं.
- वासण भाई आहिर, राज्यमंत्री- आहिर समाज के नेता, कच्छ में बड़ा प्रभाव है. भुज और अंजार सीट से चुनाव जीत चुके हैं. अंजार सीट से चुनाव जीतकर पांचवीं बार विधायक बने हैं. मोदी और आनंदी बेन सरकार में मंत्री रह चुके हैं. रुपाणी की पिछली सरकार में संसदीय सचिव थे.
- ईश्वर सिंह पटेल, राज्यमंत्री- कोली पटेल समाज के बड़े नेता हैं. अंकलेश्वर सीट से चौथी बार चुनाव जीते हैं. मोदी और रुपाणी सरकार में मंत्री रह चुके हैं. दक्षिण गुजरात में कोली पटेलों पर काफी प्रभाव है.
- जयद्रथ सिंह परमार, राज्यमंत्री- मध्य गुजरात मे बीजेपी का मजबूत क्षत्रिय चेहरा है. कांग्रेस के वर्चस्व वाली पंचमहल की हलोल सीट से जीते हैं. 2002 से लगातार हलोल सीट से जीत रहे हैं. मोदी, आनंदी बेन, रुपाणी सरकारों में मंत्री रहे हैं.
- बच्चूभाई खाबड़, राज्यमंत्री- दाहोद जिले की देवगढ़ बारिया सीट से जीते. कांग्रेस के गढ़ में जीत का परचम लहराया. आनंदी बेन, रुपाणी सरकार में मंत्री रहे हैं. 2017 में तीसरी बार देवगढ़ बारिया सीट से जीते हैं.
- पुरुषोत्तम सोलंकी, राज्यमंत्री- राज्य का सबसे बड़ा कोली चेहरा हैं. छठी बार चुनाव जीते हैं. कोली समाज को BJP के साथ अब तक जोड़े रखा है. BJP कोली सीटों पर अच्छा प्रदर्शन नही कर पाई है. सोलंकी को मंत्री बना कर कोली समाज को खुश करने की कोशिश होगी. केशुभाई, मोदी, आनंदीबेन, रुपाणी मंत्रिमंडल में लगातार मंत्री रहे हैं.
- परबत पटेल, राज्यमंत्री- परबत पटेल उत्तर गुजरात के चौधरी पटेल समाज से आते हैं. बनासकांठा की थराद सीट से पांचवीं बार विधायक बने हैं. मोदी और आनंदी बेन सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
- प्रदीप सिंह जडेजा, राज्यमंत्री- प्रदीप सिंह जडेजा को अमित शाह के सबसे नज़दीकी लोगों में से एक माना जाता है. गुजरात का उभरता हुआ क्षत्रिय-दरबार चेहरा हैं. वटवा से जीते, लगातार चौथी बार विधायक बने हैं. मोदी, आनंदीबेन, रुपाणी कैबिनेट में मंत्री रहे हैं.
- ईश्वर परमार, कैबिनेट मंत्री- रुपाणी सरकार में दलित चेहरे के तौर पर एंट्री की. BJP के तमाम बड़े दलित नेता इस बार चुनाव हार गए. इस युवा दलित नेता ने बीजेपी को आगे बढ़ाया है. पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है. दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीत कर आए हैं.
- दिलीप ठाकोर, कैबिनेट मंत्री- गुजरात BJP का सबसे बड़ा ठाकोर चेहरा माने जाते हैं दिलीप ठाकोर. OBC समाज में काफी अच्छी पैठ है. उत्तर गुजरात में ठाकोर आंदोलन के बीच भारी मतों से जीते हैं. पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं. मोदी, आनंदी बेन, रुपाणी सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
- जयेश राधड़िया, कैबिनेट मंत्री- सौराष्ट्र के मजबूत पाटीदार नेता जयेश राधड़िया विट्ठल राधड़िया के पुत्र हैं. पाटीदार समाज में काफी अच्छी पकड़ रखते हैं. पाटीदार आंदोलन की आंधी के बीच जेतपुर से बडे मार्जिन से जीते हैं. 2012 में अपने पिता के साथ कांग्रेस छोड़ BJP में शामिल हुए थे. मोदी, आनंदीबेन, रुपाणी कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं.
- गणपत वसावा, कैबिनेट मंत्री- गुजरात BJP का सबसे मजबूत आदिवासी चेहरा हैं गणपत वसावा. दक्षिण गुजरात में पार्टी की पैठ बनाने में मददगार रहे हैं. लगातार चौथी बार सूरत की मांगरोल सीट से जीते हैं. मोदी, आनंदीबेन, रुपाणी सरकार में मंत्री रहे हैं. गुजरात विधान सभा के स्पीकर भी रह चुके हैं
- सौरभ पटेल, कैबिनेट मंत्री- गुजरात के सबसे अमीर विधायक हैं सौरभ पटेल. उनके पास 123 करोड़ की संपत्ति है. राज्य में पार्टी का सबसे सॉफिस्टिकेटेड चेहरा माना जाता है. गुजरात में वित्त, ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल, उद्योग मंत्री रह चुके हैं. पाटीदार समाज से ताल्लुक रखते हैं. बोटाद से विधायक, लगातार पांचवीं बार MLA बने हैं.
- कौशिक पटेल, कैबिनेट मंत्री- गुजरात BJP का एक बड़ा नाम और पटेल चेहरा हैं. अमित शाह के सबसे भरोसेमंद लोगों में से एक माने जाते हैं. अमित शाह की खाली की हुई सीट नारणपुरा से चौथी बार विधायक बने हैं. राजस्व मंत्री सहित कई मंत्रालय संभाल चुके हैं. केशुभाई और मोदी मंत्रिमंडल में काम करने का अनुभव है.
- भूपेंद्र सिंह चुडासमा, कैबिनेट मंत्री- अहमदाबाद की धोलका सीट से पांचवीं बार विधायक बने हैं भूपेंद्र सिंह चुडासमा हालंकि कांग्रेस उम्मीदवार से सिर्फ 327 वोटों से जीत पाए. मुस्लिम मतों के सहारे जीत,15 फीसदी मुस्लिम वोट मिले. गुजरात का वरिष्ठ क्षत्रिय दरबार चेहरा हैं. रुपाणी सरकार में शिक्षा और राजस्व जैसा अहम मंत्रालय संभाले हैं.
- आर सी फलदू, कैबिनेट मंत्री- 2 बार गुजरात प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं. लेउवा पटेल समाज से ताल्लुक रखते हैं. पाटीदारों के घोर विरोध के बीच सौराष्ट्र रीजन से जीते. जामनगर दक्षिण सीट से तीसरी बार विधायक बने
- नितिन पटेल- मेहसाणा सीट से विधायक हैं नितिन पटेल. कड़वा पटेल नेता हैं, पाटीदारों में अच्छी पकड़ रखते हैं. आनंदी बेन सरकार में नंबर 2 की हैसियत थी. रुपाणी सीएम बने तो नितिन को डिप्टी सीएम बनाया गया. गुजरात की मोदी सरकार में वित्त, शहरी विकास मंत्री थे.
- रुपाणी दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं.
- विजय रुपाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
- गुजरात के राज्यपाल ओ.पी. कोहली मंच पर पहुंच गए हैं.
- रुपाणी सहाित 20 मंत्री लेंगे शपथ
- राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुधाराजे सिंधिया भी मौजूद हैं.
- अतिथियों में शंकरसिंह वाघेला भी
- रूपाणी समेत 20 मंत्री लेंगे शपथ।
- थोड़ी देर में रुपाणी लेंगे सीएम पद की शपथ।
- प्रधानमंत्री मोदी शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे।
- लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह मौजूद.
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फणनवीस भी समारोह में मौजूद
- बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पहुंचे समारोह स्थल.
- विजय रुपाणी- 7 अगस्त 2016 को आनंदी बेन की जगह सीएम बनाए गए थे. सीएम बनने से पहले गुजरात प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष थे. 61 साल के रुपाणी राजकोट पश्चिम सीट से विधायक हैं. 1980 में बीजेपी में आने से पहले RSS के प्रचारक थे. रंगून में पैदा हुए, राजकोट के मेयर और राज्यसभा सांसद रह चुके हैं.
- नीतीश कुमार ने गुजरात में जीत पर कहा कि जिस राज्य का बेटा देश का पीएम हो उस राज्य में किसी और पार्टी की जीत नामुमकिन थी.
- शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह अहमदाबाद पहुंचे.
- शपथग्रहण समारोह से पहले गुजरात के भावी मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने गांधीनगर के पंचदेव महादेव मंदिर में दर्शन किए. रुपाणी अपनी पत्नी के साथ मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे.
- 17 राज्यों के मुख्यमंत्री समेत बीजेपी के दिग्गज नेता होंगे शामिल समारोह में
- मोदी अभी गांधीनगर में रोड शो कर रहे हैं.
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 182 सीटों में से 99 सीटों पर जीत हासिल की है.
रुपाणी और नितिन पटेल को क्रमशः विधायक दल का नेता और उपनेता चुना गया है. नितिन पटेल उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. बीजेपी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को राज्यपाल ओ.पी.कोहली से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा किया था. सूत्रों ने बताया कि रुपाणी, पटेल और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वघाणी ने कैबिनेट पर अंतिम फैसले के लिए अमित शाह के साथ सोमवार को बैठक की थी. ख़बरों के अनुसार मंत्रीमंडल में कुछ नये चेहरे दिख सकते हैं.
सूत्रों ने बताया कि रुपाणी अपने कैबिनेट में 20 से कम मंत्री रख सकते हैं जो अधिकतम मंत्री रखे जाने की सीमा (कुल विधायकों का 15 प्रतिशत) से कम है. इससे रुपाणी के लिए आगे कैबिनेट विस्तार का विकल्प मौजूद रहेगा. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मंत्रियों के चुनाव के दौरान पार्टी अनुभव, जाति और क्षेत्र को ध्यान में रखेगी.
शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए गांधीनगर में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं. शहर की कई महत्वपूर्ण सड़कों को मंगलवार दोपहर तक आम लोगों के लिए बंद किया जा सकता है. हेलिपैड ग्राउंड में तीन मंच बनाए गए हैं. एक शपथ ग्रहण के लिए, एक वीवीआईपी के लिए और तीसरा धार्मिक संतों के लिए. शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री मोदी और हाई प्रोफाइल गेस्ट के लिए बोजन का आयोजन किया गया है.