नई दिल्ली: राज्यसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण जारी गतिरोध का खामियाजा सभी दलों के सदस्यों को सभापति की ओर से कल दिए जाने वाले रात्रिभोज से हाथ धोकर भुगतना पड़ेगा।
राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू ने सदन में गत पांच मार्च से हंगामे के कारण जारी गतिरोध से नाराज़ होकर सांसदों को दिया जाने वाला भोज रद्द कर दिया। सूत्रों के मुताबिक बुधवार को आयोजित होने जा रहे रात्रिभोज के लिए आमंत्रण पत्रों के वितरण से लेकर अन्य तैयारियां पूरी कर ली गयी थीं। नायडू की ओर से इस बाबत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, नेता सदन, नेता प्रतिपक्ष और उच्च सदन में विभिन्न दलों के नेताओं को औपचारिक जानकारी भी दे दी गई थी।
सूत्रों ने बताया कि नायडू को आज सदन की कार्यवाही सुचारु होने की उम्मीद थी लेकिन विभिन्न मुद्दों पर हंगामा कर रहे सदस्यों द्वारा सदन बैठक नहीं चलने देने से नाराज होकर नायडू ने रात्रिभोज रद्द कर दिया। सदन में गतिरोध को दूर करने के लिए नायडू ने आज सभी दलों के नेताओं के साथ सभापति कार्यालय में हुई बैठक में भी मौजूदा स्थिति पर नाराजगी जताते हुए उन्हें अपने फैसले से अवगत करा दिया।
सूत्रों ने बताया कि नायडू का मत था कि दो सप्ताह से सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी जा रही है ऐसे में रात्रिभोज का आयोजन करना उचित नहीं है।
उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश के पारंपरिक पकवानों को खास तौर पर परोसने की योजना के तहत वहां के खानसामे भी दिल्ली पहुंच गए थे। गतिरोध से नाराज नायडू ने इससे पहले भी पिछले सप्ताह संसद सदस्यों के बैडमिंटन टूर्नामेंट का भी उद्घाटन करने से इंकार कर दिया था।