नई दिल्ली: कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर भाजपा नेता वरुण गांधी किसानों के लिए अपनी लड़ाई को लेकर ईमानदार हैं तो उन्हें अपनी पार्टी छोड़कर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरना चाहिए। पार्टी नेता अलका लांबा ने यह भी कहा कि अगर वरुण गांधी को लगता है कि उन्हें अगले कैबिनेट विस्तार में मंत्री पद दिया जाएगा तो वह गलत हैं।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ''मैं वरुण गांधी को सुझाव दूंगी कि अगर उनमें थोड़ा भी स्वाभिमान बचा है और अगर वह लखीमपुर खीरी में कुचले गए किसानों के लिए अपनी लड़ाई को लेकर ईमानदार हैं, तो उन्हें ट्विटर पर लड़ाई लड़ने के बजाय भाजपा छोड़कर सड़कों पर उतरना चाहिए और अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।'' लांबा ने कहा, ''लेकिन अगर उन्हें (वरुण) लगता है कि कैबिनेट के अगले विस्तार में उन्हें शामिल किया जाएगा, तो मुझे लगता है कि वह गलत हैं। उन्हें अभी फैसला करना चाहिए।''
यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा के नेता को कांग्रेस में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रही हैं तो लांबा ने कहा, ''मैं उन्हें कोई निमंत्रण देने वाली नहीं हूं, यह वरुण गांधी का फैसला होगा।''
वरुण गांधी ने बृहस्पतिवार को ट्विटर पर कथित तौर पर लखीमपुर खीरी की घटना की एक वीडियो क्लिप साझा की, जिसमें एक भाजपा नेता के काफिले की एक एसयूवी प्रदर्शनकारी किसानों को कुचलते हुए दिखाई देती है। पीलीभीत से भाजपा सांसद गांधी ने कहा, ''वीडियो बिलकुल स्पष्ट है। प्रदर्शनकारियों को हत्या के माध्यम से चुप नहीं कराया जा सकता है। निर्दोष किसानों की हत्या के लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए और अहंकार तथा क्रूरता का संदेश हर किसान के जेहन में आने से पहले न्याय दिया जाना चाहिए।''