देहरादून: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को लोकनिर्माण विभाग, आबकारी, स्वास्थ्य और उर्जा अहम विभाग अपने मंत्रियों में बांट कर सभी को लेकर चलने का संकेत दिया। गौरतलब है कि धामी के पूर्ववर्ती मुख्यमंत्रियों, तीरथ सिंह रावत और त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इन अहम विभागों को अपने पास रखा था। मुख्यमंत्री धामी ने गृह, वित्त, राजस्व, सूचना, औद्योगिक विकास और नागरिक उड्डयन सहित 15 विभाग अपने पास रखे हैं जबकि सतपाल महाराज को पर्यटन, सिंचाई, संस्कृति और लोक निर्माण विभाग दिया है। इसी प्रकार हरक सिंह रावत को वन, पर्यावरण और आयुष के साथ-साथ उर्जा और वैकल्पिक उर्जा विभाग की जिम्मेदार सौंपी गयी है। 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए इन दोनों नेताओं के साथ रविवार को धामी मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण से पहले दिन भर रुठने-मनाने का खेल चलता रहा था।
यशपाल आर्य को परिवहन, समाज कल्याण और आबकारी विभाग दिया गया है। राज्य मंत्री से कैबिनेट मंत्री बनाए गए धनसिंह रावत को उच्च शिक्षा के अलावा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि पुराने मंत्रिमंडल के किसी भी मंत्री का मंत्रालय नहीं बदला गया है जबकि मुख्यमंत्री ने चार मंत्रियों- महाराज, हरक सिंह, धनसिंह और आर्य को भारी भरकम विभागों का अतिरिक्त दायित्व सौंपते हुए उन्हें खुश करने की कोशिश की है। इसके अलावा, सभी 11 कैबिनेट मंत्रियों को विकास योजनाओं की निगरानी के लिए विभिन्न जिलों की जिम्मेदारी भी सौंपी गयी है।
महाराज को रूद्रप्रयाग और चमोली जिले का प्रभार दिया गया है जबकि हरक सिंह रावत को टिहरी, बंशीधर भगत को देहरादून, यशपाल आर्य को नैनीताल, बिशन सिंह चुफाल को अल्मोडा, सुबोध उनियाल को पौडी, अरविंद पांडे को चंपावत और पिथौरागढ, गणेश जोशी को उत्तरकाशी, धनसिंह रावत को हरिद्वार, रेखा आर्य को बागेश्वर और यतीश्वरानंद को उधमसिंह नगर की जिम्मेदारी दी गई है।