ऊधम सिंह नगर: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने ऊधम सिंह नगर जिले के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,वित्त मंत्री, मॉब लीचिंग, विजय माल्या के विदेश भागने जैसे मुद्दों सहित भाजपा के संगठन आरएसएस पर जमकर हमला बोला। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो अगर मोदी दिल से समझ रहे है कि भारत सर्वधर्म सदभाव का देश है, उनके संगठन आरएसएस जो लोगो को बाटने का काम कर रहा है, मॉब लीचिंग जैसे जघन्य अपराध कर भारत के सविधान और क़ानून से खेल रहा है। ऐसे संगठन को गैरकानूनी घोषित करना चाहिए। ऐसे सांसद और मंत्रियो को भी पार्टी से निकालना चाहिए जिन्होंने इन संगठन के लोगो को जेल से छूटने के बाद सम्मानित किया। इंदौर की सैफी मस्जिद में इमाम साहब की शहादत पर वेशभूषा बदल कर शामिल होने से भाजपा के पाप कम नहीं हो सकते। (उत्तराखंड: सातवीं कक्षा की छात्रा से तीन नाबालिकों ने किया गैंगरेप, गिरफ्तार )
भाजपा पर हमलावार हो रहे हरीश रावत ने विजय माल्या के विदेश भागने को भारत सरकार की साजिश बताते हुए आरोप लगाया कि माल्या के विदेश जाने के पीछे भारत सरकार, वित्त मंत्री अरुण जेटली और वो तीसरी ताकत जिम्मेदार है। सीबीआई ने अपने वकील की राय न मान कर माल्या को छोड़ दिया गया। दूसरी बात यह कि कि सीबीआई ने लुकआउट नोटिस जारी किया था। अब उसे भी हल्का किया जा रहा है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह बात खुद कबूल की है कि विजय माल्या उनसे मिले थे और बताया था कि वो लन्दन जा रहे है। ऐसे में वित्त मंत्री की जिम्मेदारी नहीं बनती थी कि वो ईडी और सीबीआई को इस बात की जानकारी देते। यह सभी बिंदु इस बात का इशारा कर रहे है कि कही न कही विजय माल्या को देश से विदेश भगाने में भारत सरकार का हाथ है।
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले हरीश रावत कांग्रेसी कार्यकर्ताओ में जोश भरने के इरादे से लगातार ऊधम सिंह दौरे पर आ रहे है। उनका यहां काफी जनाधार है। हरीश रावत ने एनएच-74 घोटाले पर एसआईटी की भूमिका पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कि एसआईटी जिन बैंक खातों की जांच के बात कर रही है वो राजनैतिक पार्टी के खाते है। कांग्रेस अपने खातों की जांच के लिये हमेशा तैयार है। लेकिन ऊधम सिंह नगर जिले से मिले चंदे की सभी राजनीतिक पार्टियों के खातों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। जिससे पता चल सके कि जो चन्दा मिला है वो एनएच घोटाले से जुड़ा हुआ नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार एनएच घोटाले से जुड़े एनएच अधिकारियों को संरक्षण देकर उन्हें बचाने का काम कर रही है। भाजपा का यह खेल अब लोगो की समझ में आ रहा है। हरीश रावत सुर्खियों में बने हुए है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि या तो वो खुद नैनीताल-ऊधम सिंह नगर संसदीय चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे या अपने किस उत्तराधिकारी को मैदान में उतारेंगे। फिलहाल राजनीति के चतुर खिलाड़ी हरीश रावत अपने पत्ते नहीं खोल रहे है।