नई दिल्ली: ट्रिपल तलाक बिल पर राज्यसभा में और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ जिसके चलते सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस ट्रिपल तलाक बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग पर अड़ी रही । वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कांग्रेस की मांग नियम के मुताबिक नहीं है। बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने का प्रस्ताव 24 घंटे पहले आना चाहिए था। वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि बिल में सुधार के बहाने कांग्रेस ट्रिपल तलाक बिल को लटकाना चाहती है।
बता दें कि मोदी सरकार को बहुचर्चित तीन तलाक बिल को राज्यसभा में पास करवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। मोदी सरकार ने लोकसभा में तो इसे आसानी से पास करवा लिया लेकिन राज्यसभा में आते ही कांग्रेस समेत विपक्ष ने आंकड़े की ताकत दिखाई और सरकार बैकफुट पर आ गई। बुधवार को बिल पेश तो हुआ, लेकिन चर्चा शुरू नहीं हो सकी। अब आज सरकार फिर इस बिल को पास करवाने की जोर-आजमाइश कर रही है। सरकार के पास इस बिल को पास कराने के लिए सिर्फ 2 दिनों का समय है। शीतकालीन सत्र 5 जनवरी को खत्म हो रहा है।
बुधवार को जैसे ही विधेयक को पेश किया गया, तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदू शेखर रॉय ने आसन का ध्यान नियम 125 पर केंद्रित किया, जिसके तहत सांसद विधेयक को प्रवर समिति को संदर्भित करने की सिफारिश कर सकते हैं। विपक्ष ने प्रसाद को प्रस्तावित कानून पर बयान देने से रोकने की कोशिश की, जिसमें तीन बार तलाक कहकर तत्काल तलाक देने वाले मुसलमान पुरुषों को जेल में डालने का प्रावधान है।