नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि वह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा लोकसभा सीटों का बलिदान करने के आह्वान का पालन करने को तैयार हैं, साथ ही सवाल किया कि उनकी पार्टी को बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल क्यों नहीं किया गया।
उपेन्द्र कुशवाहा ने पिछले सप्ताह राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी और इसके बाद से ही अटकलों का दौर शुरू हो गया था । कुशवाहा ने संवाददाताओं से कहा कि वह राज्य में सम्मानजनक सीटें चाहते हैं। भाजपा महासचिव भूपेन्द्र यादव से मुलाकात करने वाले उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि अभी सीट बंटवारे की बात फाइनल नहीं हुई है। अगले दौर में इसे अंतिम रूप दिया जायेगा और तब तय होगा कि किसे कितनी सीटें मिलेंगी।
केंद्रीय मंत्री ने भाजपा नीत राजग में बने रहने का संकेत देते हुए कहा, ‘‘ देशहित में नरेन्द्र मोदी का दोबारा प्रधानमंत्री बनना जरूरी है। मैं इसके लिये काम करूंगा।’’ सीटों की संख्या पर कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने तीन सीटों की मांग की है और ये जायज भी है क्योंकि इससे पहले भी उनकी पार्टी तीन सीटों पर चुनाव लड़ी थी।
उन्होंने कहा कि वह बलिदान के लिये तैयार हैं लेकिन गठजोड़ लाभ और हानि दोनों स्थितियों में समान होना चाहिए । उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में नीतीश कुमार सरकार में रामविलास पासवान की लोजपा शामिल है लेकिन राष्ट्रीय लोक समता पार्टी नहीं है ? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हम 66 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।