मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (BJP) का आज 38वां स्थापना दिवस है। इस मौके पर मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्ष की तुलना सांप-नेवला, कुत्ता-बिल्ली से की। शाह ने कहा, 'देश में जो मोदी की बाढ़ आई है उसके डर से कुत्ता, बिल्ली, सांप और नेवला सब मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।' बता दें कि शाह का इशारा सपा-बसपा गठबंधन के साथ ही जोड़-तोड़ में जुटे अन्य राजनैतिक दलों की तरफ था।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि 2019 का उल्टी गिनती शुरू हो गई है और सारी पार्टियां नरेंद्र मोदी की बाढ़ से डरकर साथ चुनाव लड़ने की योजना बना रही हैं। भारी बाढ़ के समय तो सभी जान बचाने के लिए एक जगह जमा हो जाते हैं।
'मोदी सरकार न तो आरक्षण की नीति को खत्म करेगी, न किसी और को ऐसा करने देगी'
अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार न तो आरक्षण की नीति को खत्म करेगी, न किसी और को ऐसा करने देगी। शाह का यह बयान सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद पैदा हुए विवाद के बीच आया है। सुप्रीम कोर्ट ने हाल में एक फैसला दिया था जिसके बारे में कई लोगों का मानना है कि उसके जरिये अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम को कमजोरकर दिया गया। कोर्ट का फैसला आने के बाद दलित संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा की घटनाएं हुई थीं।
शाह ने विपक्ष पर संसद के बजट सत्र को नहीं चलने देने का लगाया आरोप
शाह ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए एक गठबंधन बनाने का प्रयास कर रही विपक्षी पार्टियों की तुलना सांप, नेवले, कुत्ते और बिल्लियों से की। उन्होंने विपक्ष पर संसद के बजट सत्र को नहीं चलने देने का आरोप लगाया। संसद का बजट सत्र आज समाप्त हो गया। अपने भाषण के दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मोदी सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिए बहुत काम किया है और भाजपा इन्हीं कामों के आधार पर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में जीत हासिल करेगी, न कि “खोखले आश्वासनों” के जरिए।
'राहुल और पवार सुन लें, भाजपा कभी भी आरक्षण नीति को खत्म नहीं करेगी'
भाजपा के 38 वें स्थापना दिवस के मौके पर शाह ने कहा, ‘‘राहुल गांधी और अन्य लोग कह रहे हैं कि हम अजा और अजजा के लिए आरक्षण को खत्म कर रहे हैं। हम किसी भी प्रकार से आरक्षण (नीति) को समाप्त नहीं कर रहे।” उन्होंने कहा, “राहुल और (राकांपा प्रमुख शरद) पवार सुन लें, भाजपा कभी भी आरक्षण नीति को खत्म नहीं करेगी। और अगर आप आरक्षण को खत्म भी करना चाहेंगे तो भाजपा आपको ऐसा करने नहीं देगी।”