नई दिल्ली: महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था खराब होने का हवाला देते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। आठवले ने कहा है कि जिस तरह से मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने जैसी बड़ी साजिश में शामिल आपराधिक छवि वाले पुलिसकर्मी सचिन वाज़े की गिरफ्तारी हुई, उससे पता चलता है कि राज्य की कानून व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिकता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने शुक्रवार को कहा कि NIA पूरे मामले की जांच कर रही है। आरोपी पुलिसकर्मी सचिन वाज़े की गिरफ्तारी हो चुकी है और पूरे मामले के तार आगे बढ़ते हुए दिख रहे हैं।
‘वाज़े के संरक्षणदाताओं का खुलासा जरूरी’
आठवले ने कहा कि अंबानी देश के बड़े उद्योगपति हैं और वे हजारों लोगों को रोजगार देते हैं, ऐसे में उनके घर के सामने विस्फोटक रखने जैसी बड़ी साजिश के असली दोषियों का पर्दाफाश होना जरूरी है। केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री आठवले ने कहा कि NIA की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी होगा। उन्होंने कहा, ‘सचिन वाज़े के संरक्षणदाताओं का खुलासा होना जरूरी है। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) महाराष्ट्र में लॉ एंड ऑर्डर की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करती है।’
‘कुछ लोगों के निर्देश पर काम कर रहे थे वाज़े’
बता दें कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर के निकट जिलेटिन की छड़ें बरामद होने के मामले में एनआईए के इस दावे से नया मोड़ आ गया था कि इसमें कुछ 'अन्य लोग' भी शामिल थे, जो गिरफ्तार किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाज़े को कथित रूप से निर्देश दे रहे थे। मामले की जांच से जुड़े अधिकारियों ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया था कि शनिवार को गिरफ्तार किए गए वाज़े 'कुछ लोगों' के निर्देश पर काम कर रहे थे, जिसकी जांच होनी अभी बाकी है। अंबानी के घर के निकट विस्फोटक से लदा वाहन और धमकीभरा पत्र मिलने से संबंधित इस मामले में वाज़े दूसरे जांचकर्ता थे। (भाषा)