भोपाल: भोपाल में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा में केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने आज दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह वाजपेयी को कभी ‘सॉरी’ नहीं कह पाई। स्थानीय मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए उमा ने कहा, ‘‘वह (वाजपेयी) बहुत विनोदी स्वाभाव के थे। वह विनोद में ही बोलते थे तो मैं उनकी बात पर तुनक जाती थी। मैंने हमेशा उनसे कोई ऐसी बात कह दी जो उन्हें चुभती होगी। मैंने उनको कभी सॉरी नहीं कहा, जिसका मुझे बहुत दुःख रहेगा।’’
वाजपेयी के साथ अपने लंबे साथ को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं आठ साल की थी, तब मैं पहली बार वाजपेयी से मिली थी। तब मैं भाजपा की दिवंगत नेता विजयाराजे सिंधिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ग्वालियर प्रवचन देने गई थी।
वाजपेयी को याद करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘‘मुझे अभी भी भरोसा नहीं होता कि अटलजी नहीं हैं। लगता है वे अभी आएंगे, अपने चिर परिचित अंदाज में, मुस्कुराते हुए।’’ चौहान ने कहा, ‘‘वह एक राजनेता, लेखक, पत्रकार, कुशल वक्ता, कवि, पत्रकार, साहित्यकार, समाजसेवी और सबसे बढ़कर सबको प्यार करने वाले अटलजी भारत के मुकुटमणि थे।’’ मुख्यमंत्री ने वाजपेयी के साथ बिताए लम्हों को याद करते हुए कहा कि मैंने देशभक्ति का पाठ उन्हीं से सीखा।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा, ‘‘करोड़ों दिलों में जिन अटलजी ने अपना स्थान बनाया था, आज वे हमारे बीच मौजूद नहीं हैं। अटलजी की विलक्षणता को पहचानकर दिवंगत पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उनके प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी की थी।’’