चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी (AAP)ने अपने विधायक सुखपाल सिंह खैरा के खालिस्तान के समर्थन में दिए गए बयान से दूरी बना ली है। सुखपाल सिंह खैरा के बयान के बाद उभरे विवाद के बीच पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि खालिस्तान के समर्थन में रेफरेंडम को लेकर दिए बयान से आम आदमी पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। आप नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब में रेफरेंडम जैसी किसी भी विचारधारा के खिलाफ है। खैरा केजरीवाल से भी मिलने गए थे लेकिन केजरीवाल ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया था।
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) की नेता हरसिमरत कौर बादल ने भी मांग की थी कि आम आदमी पार्टी विधायक सुखपाल सिंह खैरा को बर्खास्त करे। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बादल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वह इस मुद्दे पर चुप्पी साध कर खैरा को ‘‘ मूक समर्थन ’’ दे रहे हैं।
पिछले हफ्ते खैरा ने कथित तौर पर कहा था , ‘‘ मैं सिख जनमत संग्रह 2020 आंदोलन का समर्थन करता हूं , क्योंकि सिखों को अपने ऊपर हुए जुल्म के खिलाफ इंसाफ मांगने का हक है।’’ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी खैरा के बयान की निंदा कर केजरीवाल से सफाई मांगी थी।