नई दिल्ली। उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी सरकार के नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली पहुंच गए हैं। त्रिवेंद्र सिंह रावत से जब यह पूछा गया कि क्या राज्य में नेतृत्व परिवर्तन हो रहा है? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "आप क्या चला रहे हैं मुझे मालूम नहीं, लेकिन मैं अपने नेतृत्व से मिलने आया हूं, मैने उनसे समय लिया है, मुझे अभी समय देंगे, मैं उनसे मिलूंगा।"
उत्तराखंड में कई भाजपा नेताओं ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व पर सवाल उठाना शुरू कर दिए हैं जिस वजह से पार्टी को वहां पर अपने स्थानीय नेताओं की राय जानने के लिए पर्वयवेक्षक भेजने पड़े हैं। पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने शीर्ष नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
आपको बता दें, शनिवार को केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह और दुष्यंत गौतम उत्तराखंड गए थे और उन्होंने वहां पर राज्य के सांसदों और विधायकों से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के बारे में फीडबैक लिया था और उस फीडबैक को उन्होंने हाईकमान तक पहुंचा दिया है। सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड में 3 सांसद सीएम बदलने के पक्ष में हैं जबकि 3 ने मुख्यमंत्री का समर्थन किया है जबकि विधायकों में भी मिली जुली राय है। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के ख़िलाफ़ हैं। हालांकि सीएम बदलने पर अभी कोई आखिरी फैसला नहीं हुआ है।
सोमवार को रावत के गैरसैंण और देहरादून में कई कार्यक्रम थे लेकिन दिल्ली से आए बुलावे के बाद उनके सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। मंत्रिमंडल विस्तार सहित कुछ बातों को लेकर प्रदेश भाजपा विधायकों में असंतोष की बातें गाहे बगाहे उठती रही हैं लेकिन प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों ने शनिवार शाम तब जोर पकड़ लिया जब भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी मामलों के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार सिंह देहरादून पहुंचे और कोर ग्रुप की बैठक हुई।
राज्य पार्टी कोर ग्रुप की यह बैठक पहले से प्रस्तावित नहीं थी और यह ऐसे समय बुलाई गई जब प्रदेश की नई बनी ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में राज्य विधानसभा का महत्वपूर्ण बजट सत्र चल रहा था। बैठक की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री रावत को तुरंत गैरसैंण से वापस देहरादून आना पड़ा। आनन-फानन में बजट पारित करा कर सत्र भी अनिश्चितकाल के लिए समाप्त कर दिया गया और भाजपा विधायकों को भी तत्काल गैरसैंण से देहरादून बुला लिया गया।
दो घंटे से भी ज्यादा समय तक चली कोर ग्रुप की बैठक में राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, टिहरी से लोकसभा सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह,पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बंशीधर भगत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक सहित राज्य संगठन के भी कई नेता मौजूद रहे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि रमन सिंह ने कोर ग्रुप की बैठक में मौजूद हर सदस्य से अलग—अलग बातचीत की। बाद में सिंह मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में भी गए जहां करीब 40 पार्टी विधायक मौजूद थे। कोर ग्रुप की बैठक के बाद सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय भी गए।