देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को बदले जाने की खबरों के बीच उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि राजनीति में बदलाव और अटकलें चलती रहती हैं, परिवर्तन प्रकृति का नियम है और परिवर्तन होता रहता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बीजेपी की ही सरकार रहेगी। संवाद नहीं होने कटुता आ जाती है और कटुता को खत्म करना जरूरी है। सुबोध उनियाल का बयान ऐसे समय में आया है जब त्रिवेंद्र सिंह रावत शाम तीन बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करनेवाले हैं और उनके सीएम पद को संशय की स्थिति बनी हुई है।
इस बीच उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की। इस मुलाकात से पहले रावत ने पार्टी के राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी के साथ बैठक की। नड्डा से लगभग 40 मिनट की मुलाकात के बाद रावत ने पत्रकारों के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया और दिल्ली स्थित अपने आवास के लिए रवाना हो गए। रावत की यह मुलाकात पिछले दो दिनों से उत्तराखंड में चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद हुई है जब भाजपा उपाध्यक्ष रमन सिंह और महासचिव व राज्य के प्रभारी दुष्यंत गौतम बिना किसी तय कार्यक्रम के देहरादून पहुंचे और राज्य के कोर समूह के नेताओं की बैठक की।
भाजपा सांसद और उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता अजय भट्ट ने बताया कि पार्टी में ‘‘सब कुछ ठीक है।’’ उन्होंने बताया कि सिंह और गौतम ने तीन दिवसीय प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक और 18 मार्च को रावत सरकार के चार साल पूरा होने के सिलसिले में राज्य का दौरा किया था। राज्य के कोर समूह के नेताओं की बैठक ऐसे समय बुलाई गई थी, जब प्रदेश की नई बनी ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में राज्य विधानसभा का महत्वपूर्ण बजट सत्र चल रहा था। बैठक की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री रावत को तुरंत गैरसैंण से वापस देहरादून आना पड़ा। आनन-फानन में बजट पारित करा कर सत्र भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया और भाजपा विधायकों को भी तत्काल गैरसैंण से देहरादून बुला लिया गया। दो घंटे से भी ज्यादा समय तक चली कोर ग्रुप की बैठक में राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल, टिहरी से लोकसभा सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह,पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बंशीधर भगत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक सहित राज्य संगठन के भी कई नेता मौजूद रहे।
इनपुट-भाषा