नई दिल्ली: त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। इस बार तथागत रॉय ने लाउड स्पीकर पर अजान की तुलना दिवाली में पटाखों से होने वाले शोर से की है। त्रिपुरा के राज्यपाल ने एक ट्वीट कर सवाल किया है कि जो लोग दिवाली के दौरान पटाखों से ध्वनि प्रदूषण की शिकायत करते हैं वो अज़ान पर चुप क्यों हैं। गवर्नर तथागत रॉय ने ये भी कहा कि इस्लाम में लाउडस्पीकर की मनाही है और कुरान और हदीस में भी इसका जिक्र नहीं है फिर क्यों अज़ान के लिए लाउडस्पीकर की जरूरत होती है। ये भी पढ़ें: मिल गया आरुषि का असली 'हत्यारा'!
तथागत रॉय ने इस मसले पर एक के बाद एक तीन ट्वीट किया है जिसके बाद वो सोशल मीडिया पर निशाने पर आ गए हैं। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि हर साल दिवाली पर पटाखों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण को लेकर विवाद होता है जो साल में कुछ दिन ही जलाए जाते हैं लेकिन रोज सुबह साढ़े चार बजे लाउडस्पीकर के जरिये होने वाले अजान के शोर की बात कोई भी नहीं करता।
तथागत रॉय का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली और आसपास के इलाके में पटाखे बेचने पर बैन लगा दिया है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार ने पटाखे फोड़ने का वक्त (10 से 6) निर्धारित कर दिया है। रॉय ने दोनों ही फैसलों का विरोध किया।
तथागत रॉय अपने बयानों को लेकर पहले भी विवादों में रह चुके हैं। उन्होंने दिल्ली-एनसीआर में सुप्रीम कोर्ट के तरफ से एक नवंबर तक पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। राय ने आगे बढ़ते हुए कड़े शब्दों में एक ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हिंदुओं की भावनाओं पर ठेस लगी है।
राज्यपाल ने ट्वीट करते हुए कहा, 'कभी दही हांडी, आज पटाखा, कल को हो सकता है प्रदूषण का हवाला देकर मोमबत्ती और अवार्ड वापसी गैंग हिंदुओ की चिता जलाने पर भी याचिका डाल दे!' हाल ही में उन्होंने रोहिंग्या मुस्लमानों को 'कचरा' कहा था।