नई दिल्ली: त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने शुक्रवार को अपने शपथ ग्रहण समारोह में माणिक सरकार के पैर छूकर उनका आर्शीवाद लिया। बता दें कि वाम मोर्चा के 25 साल के शासन का अंत कर पहली बार भाजपा त्रिपुरा की सत्ता पर काबिज हुई है। उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा में नयी भाजपा सरकार को केंद्र के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि तरक्की के रास्ते पर पूरा देश राज्य के साथ है।
बिप्लब देब ने माणिक सरकार के पैर छूने पर कहा, "मैंने शपथग्रहण समारोह के दौरान माणिक सरकार के पैर इसीलिए छूएं क्योंकि मैं अपनी संस्कृति और परंपरा का आदर करता हूं। हमें त्रिपुरा में विकास के लिए माणिक सरकार जैसे अनुभवी नेता के मार्गदर्शन की ज़रूरत पड़ेगी।" राज्यपाल तथागत रॉय ने असम राइफल्स ग्राउंड में आयोजित एक समारोह में देव को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की।
वहीं भाजपा नेता जिश्नु देव बर्मन को उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। जिश्नु अभी विधायक नहीं चुने गए हैं, क्योंकि उनके विधानसभा क्षेत्र चरिलाम (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) में माकपा उम्मीदवार के निधन की वजह से मतदान टल गया था। इस सीट पर चुनाव 12 मार्च को कराया जाएगा। भाजपा के पांच और उसकी गठबंधन सहयोगी इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के अध्यक्ष एन सी देवबर्मन सहित दो सदस्यों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। रतन लाल नाथ, सुदीप रॉय बर्मन, प्रणजीत सिंघा रॉय, मनोज कांति देव और सरकार में शामिल एकमात्र महिला मंत्री सांतना चकमा भाजपा से हैं जबकि एन सी देवबर्मन और मेवार कुमार जमातिया आईपीएफटी से हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने भी भाग लिया। हवाई अड्डे से लेकर शपथ ग्रहण समारोह स्थल तक सड़क की दोनों तरफ भाजपा के झंडे लगे हुए थे। पार्टी के कार्यकर्ता भगवा परिधान पहने सड़कों पर नजर आ रहे थे। कई गणमान्य हस्तियों की मौजूदगी के कारण शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। त्रिपुरा की 60 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन को दो-तिहाई बहुमत हासिल हुआ है। जिन 59 सीटों पर मतदान हुए उनमें भाजपा को 35 जबकि आईपीएफटी को आठ सीटें मिली।
48 साल के विप्लव कुमार देव ने छह मार्च को राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता रहे विप्लव को राज्य में भाजपा का प्रभाव कायम करने का श्रेय दिया जाता है। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, गुजरात के विजय रूपानी, मध्य प्रदेश के शिवराज सिंह चौहान, असम के सर्वानंद सोनोवाल, झारखंड के रघुवर दास तथा कई अन्य जानी मानी हस्तियों ने भी समारोह में शिरकत की।