नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस पर उसके शासन में एक बार तीन तलाक पर रोक लगाने वाला विधेयक नहीं पारित करने को लेकर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस की इस विफलता के कारण मुस्लिम महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ा।
नकवी की कांग्रेस के खिलाफ यह टिप्पणी तब आई है जब केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने तीन तलाक को अवैध करार दिए जाने और इसे खत्म करने के लिए आज लोकसभा में विधेयक पेश किया। विधेयक में दोषी पति को तीन वर्ष कैद की सजा का प्रावधान भी है।
नकवी ने मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक पेश होने के चलते संसद में आज का दिन ऐतिहासिक करार दिया। संसद परिसर में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विधेयक को काफी पहले पारित हो जाना चाहिए था। मुस्लिम महिलाएं दशकों से अपने संवैधानिक अधिकार की लड़ाई लड़ रही हैं।’’
उन्होंने कहा कि पिछले दशक में अधिकतर समय तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस ‘‘विभिन्न कारणों’’ से विधेयक को पारित नहीं करा सकी। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में आज विधेयक को पेश किया जबकि राजद, एआईएमआईएम, बीजद और ऑल इंडिया मुस्लिम लीग सहित कई दलों के सदस्यों ने इसका विरोध किया।
संसद के बाहर प्रसाद ने कहा, ‘‘यह ऐतिहासिक दिन है। तीन तलाक के कारण महिलाओं पर हो रहीं यातनाओं का समाधान करने के लिए विधेयक को लोकसभा में पेश किया गया है। इस पर सदन के अंदर चर्चा होगी और इसके बारे में मुझे जो भी कहना होगा वह सदन के अंदर कहूंगा।’’
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि विधेयक को पारित करना सदन पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि विधेयक पर सदन के अंदर चर्चा चल रही है, इसलिए मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता। चर्चा खत्म होने के बाद मैं आपके सवालों का जवाब दूंगा।’’