नई दिल्ली: एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में तीन तलाक बिल का पुरजोर विरोध किया और कहा कि यह बिल मुस्लिमों को तबाह करनेवाला है। ओवैसी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा कि यह संविधान में दिए गए मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि इस बिल के जरिए सरकार ने साजिश की है।आज लोकसभा में जब तीन तलाक रोकने के लिए मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2017 चर्चा के लिए रखा गया तो ओवैसी ने जमकर इस बिल की मुखालफत की। उन्होंने इसे असंवैधानिक बताया और कहा कि यह मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है और यह बिल मुस्लिम महिलाओं को बर्बादी की ओर ले जाएगी।
ओवैसी ने इस बिल में कुल तीन संशोधन का प्रस्ताव अपनी तरफ से रखा। हलांकि उनके प्रस्ताव को ध्वनिमत से फैसला होना था लेकिन तीनों प्रस्ताव पर ओवैसी वोटिंग के लिए अड़ गए और उन्हें मुंह की खानी पड़ी। उनके प्रस्ताव का 242 सांसदों ने विरोध किया। वहीं इस बिल पर सरकार की तरफ से चर्चा का जवाब देते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कभी भी हमने इस मुद्दे को वोट के चश्मे से देखने की कोशिश नहीं की है। यह बेहद संवेदनशील मुद्दा रहा है और अगर मुस्लिम महिलाओं के अधिकार के लिए इस तरह के फैसले लेना अपराध है तो हम यह अपराध 10 बार करेंगे।