श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस के नेता जब आपस में लड़ रहे हैं, ऐसे में उससे भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने की उम्मीद करना बेमानी होगा। अब्दुल्ला ने यह बयान पंजाब के मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद दिया है। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस की इस कार्रवाई का असर हर उस पार्टी पर होगा, जो बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से बाहर है, क्योंकि करीब 200 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है।
‘कांग्रेस के प्रदेश के नेता आपस में लड़ाई में व्यस्त हैं’
अब्दुल्ला ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘जब कांग्रेस के प्रदेश के नेता आपस में लड़ाई में व्यस्त हैं तो मुझे लगता है कि कांग्रेस से बीजेपी का मुकाबला करने की उम्मीद करना बेमानी होगा। आम तौर पर मैं कांग्रेस पार्टी के अंदर के झगड़े के बारे में बात नहीं करता हूं। उनकी पार्टी, वे जानें। हालांकि, कांग्रेस जो करती है उसका एनडीए के बाहर के सभी राजनीतिक दलों पर सीधा प्रभाव है क्योंकि करीब 200 ऐसी लोकसभा सीटें हैं, जहां कांग्रेस और बीजेपी का सीधा मुकाबला है।’ बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से ऐसे समय इस्तीफा दिया है, जब राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
अमरिंदर ने कहा, आलाकमान जिसे चाहे मुख्यमंत्री बना दे
इस्तीफे के बाद अमरिंदर ने कहा कि बार-बार विधायकों की बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद पद छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि वह अपने साथियों और समर्थकों के साथ बातचीत करने के बाद भविष्य के कदम एवं विकल्प पर फैसला करेंगे। हालांकि, कैप्टन ने यह साफ किया कि फिलहाल वह कांग्रेस में हैं। अगले मुख्यमंत्री के सवाल पर उन्होंन कहा कि कांग्रेस आलाकमान जिसे चाहे उसे मुख्यमंत्री बना सकता है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यदि इस पद के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू का नाम आगे आता है तो वह इसका विरोध करेंगे।