नई दिल्ली: पूर्वोत्तर राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की शानदार सफलता के बाद विपक्ष को एकजुट करने की कोशिशें एक बार फिर से तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने गैर-कांग्रेसी और गैर-भाजपाई मोर्चा बनाने की बात कही है। उनके इस विचार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी समर्थन मिला है। ममता की ही पार्टी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह 15 अगस्त 2018 को लाल किले से अपना आखिरी भाषण देंगे।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद ब्रायन ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्त 2018 को PM के तौर पर अपना आखिरी भाषण देंगे। इसकी इबारत लिखी जा चुकी है। 2019 में वह लाल किले से भाषण नहीं दे पाएंगे। यह तृणमूल कांग्रेस और सभी विपक्षी पार्टियों की तरफ से हमारा चैलेंज है।’ गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तेलंगाना के अपने समकक्ष के चंद्रशेखर राव का समर्थन करने का वादा किया है। राव ने एक दिन पहले ‘गुणवत्तापूर्ण बदलाव’ के लिए राष्ट्रीय राजनीति में भागीदारी की इच्छा प्रकट की थी।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन और महाराष्ट्र से 2 सांसदों ने भी राव के बयान का स्वागत किया। राव के साथ टेलीफोन पर बातचीत में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता ने अपनी ओर से पूर्ण समर्थन का वादा किया और कहा कि वह तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख से सहमति जताती हैं कि देश की राजनीति में गुणवत्तापूर्ण बदलाव लाने की जरूरत है। बयान के मुताबिक उन्होंने राव से कहा, ‘हम आप से एकमत हैं। आपके साथ रहेंगे।’ पूर्वोत्तर के 3 राज्यों में वाम और कांग्रेस की हार के बाद राव ने तीसरा मोर्चा जैसा मंच बनाने का संकेत दिया था।