नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री और अब प्रधानमंत्री के रूप में सार्वजनिक जीवन में 20 साल पूरे कर चुके हैं। इस मौके पर संसद टीवी ने देश के गृह मंत्री अमित शाह का इंटरव्यू किया। अमित शाह ने पहले गुजरात सरकार में उनके साथ काम किया था और अब वो केंद्र की नरेंद्र मोदी 2.0 सरकार में भी मंत्री के रूप में काम कर रहे हैं। इंटरव्यू के दौरान अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में बहुत बड़ी क्वॉलिटी है। उन्होंने बताया कि पीएम के सार्वजनिक जीवन को तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है।
पहला हिस्सा- संगठन मंत्री के रूप में
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के सार्वजनिक जीवन में आने के बाद तीन हिस्से किए जा सकते हैं। पहला संगठन से जुड़ा काम, दूसरा गुजरात के सीएम के रूप में और तीसरा राष्ट्रीय राजनीति में जब आकर वो प्रधानमंत्री बने। ये तीनों अपने आम में बहुत चुनौतीपूर्ण रहे। जब वो संगठनमंत्री बने, तब पार्टी की हालत बहुत अच्छी नहीं थी, देश में दो सीटें आई थी, 1987 से उन्होंने संगठन को संभाला। तब अहमदाबाद निकाय चुनाव में भाजपा जीती, 1990 में सरकार में हिस्सेदारी में आई, 1995 में हमने सरकार सरकार, तबसे अबतक पीछे मुड़कर नहीं देखा है। उसवक्त गुजरात में भाजपा को खड़ा करना बड़ा चैलेंज था।दूसरा हिस्सा- गुजरात के सीएम के रूप में
गृह मंत्री ने इंटरव्यू में आगे कहा कि दूसरा बड़ा चैलेंज उनके जीवन में तब आया जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री बने। गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने तेजी और धैर्य से प्रशासन की बारीकियों को समझा, एक्सपर्ट्स को जोड़ा और योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम किया। भुज का नवनिर्माण किया। अपने मुख्यमंत्री काल में वो विकास के लिए बहुत सारी योजनाएं लेकर आए... उनमें से एक योजना थी- वनबंघु कल्याण योजना- जिसने पूरे गुजरात के विकास की योजना का रास्ता खोल दिया, जिससे लोकतंत्र में लोगों का भरोसा मजबूत हुआ। उन्होंने पूरे सागर छोर को सड़क से जोड़ दिया, वो एरिया गुजरात की औद्योगिक बेल्ट का बैकबोन बना हुआ है।
तीसरा प्रधानमंत्री के रूप में
उन्होंने कहा कि तीसरा चैलेंज तब आया- जब वो देश के प्रधानमंत्री बने। सब जानते हैं कि देश के सामने क्या-क्या चैलेंज थे। नीतिगत फैसले बहुत लचर थे, ऐसे माहौल में नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। उनकी दृढ़ राजनीतिक इच्छा शक्ति के कारण देश की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद हुई। कभी कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि भारत एयर स्ट्राइक करेगा या सर्जिकल स्ट्राइक करेगा। आज इसके कारण भारत के युवा का हौसला बुलंद हुआ है, हम भी कर सकते हैं। आज प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनना है, मुझे यकीन है कि हम बनेंगे। बहुत सारे स्टॉर्ट अप आए हैं। उन्होंने धैर्य और दृढ़ इच्छाशक्ति से तीनों चैलेजों को पार किया है, ये उनकी लीडरशिप की बहुत बड़ी क्वॉलिटी है।