नयी दिल्ली: आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तानी टीम की जीत पर र्हुयित कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज फारूक के खुशी जताने वाले ट्वीट और कश्मीर तथा देश के कुछ अन्य हिस्सों में कथित तौर पर जश्न मनाए जाने की खबरों की पृष्ठभूमि में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष गैयूरूल हसन रिज़वी ने कहा है कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की जीत का जश्न मनाने वालों को पाकिस्तान जाकर रहना चाहिए अथवा उनको भेज दिया जाना चाहिए।
रिज़वी ने बीते मंगलवार को मेरठ में पत्रकारों से बातचीत में यह टिप्पणी की। उनसे पाकिस्तान की जीत के बाद देश के कुछ हिस्सों में जश्न मनाए जाने संबंधी खबरों के बारे में सवाल किया गया था। वह मेरठ में एक इफ्तार पार्टी में शामिल होने पहुंचे थे।
रिज़वी ने भाषा के साथ बातचीत में कहा कि उनका यह बयान मुख्य रूप से कश्मीर में जश्न और मीरवाइज के ट्वीट के संदर्भ में था और वह अपने बयान पर कायम हैं।
उन्होंने कहा, मैंने कहा है कि ये कुछ ऐसे लोग हैं जो रहते यहां है, लेकिन उनका दिल और दिमाग पाकिस्तान में है। अच्छा होगा कि वे पाकिस्तान चले जाएं और या उनको भेज दिया जाए। इनके बयानों से पूरी कौम (मुस्लिम समुदाय) की बदनामी होती है।
पाकिस्तानी टीम की जीत का कथित तौर पर जश्न मनाने के मामले में मध्य प्रदेश में कुछ युवकों की गिरफ्तारी के बारे में रिज़वी ने कहा, यह कानून-व्यवस्था का का मामला है। मैं इतना ज़रूर कहूंगा कि अगर किसी ने इस तरह की हरकत की है तो उस पर कार्वाई होनी चाहिए। देश का मुस्लिम समुदाय हमेशा से अपने इस मुल्क के साथ रहा है और आगे भी रहेगा। कुछ लोगों की वजह से बदनामी जरूर होती है।
मीरवाइज़ के विवादित ट्वीट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, भारत में कुछ लोगों ने पाकिस्तान की जीत की तुलना ईद से पहले ईद आ जाने से की। मुझसे इस बारे में पूछा गया था...इसलिए मैंने कहा कि जिनको पाकिस्तान की जीत पर खुशी है वो वहां जा सकते हैं और उनको भेजा जा सकता है।
मीडिया की खबरों के अनुसार पाकिस्तानी टीम की जीत का कथित तौर पर जश्न मनाने के मामले में मध्य प्रदेश में 15 लोगों को देशद्रोह के आरोप के तहत गिरफ्तार किया गया। केरल में भी भाजपा नेता की एक शिकायत पर 23 लोगों पर मामला दर्ज हुआ है।
मीरवाइज ने पाकिस्तानी टीम की जीत पर ट्वीट करके खुशी का इजहार किया था जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया ।