नई दिल्ली: व्हाइट हाउस के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'अनफॉलो' किए जाने से भारत में मचे राजनीतिक तूफान के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यालय ने इस पूरे मामले में सफाई दी है। व्हाइट हाउस का कहना है कि जब राष्ट्रपति ट्रंप किसी देश की यात्रा पर जाते हैं तब वह आमतौर पर मेजबान देश के प्रमुख अधिकारियों के ट्विटर हैंडल को कुछ समय के लिए 'फॉलो' करता है। इसका मकसद राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा के समर्थन में मेजबान देश के अधिकारी के संदेश को रीट्वीट करना होता है।
फरवरी के आखिरी वक्त में जब डोनाल्ड ट्रंप भारत आए थे, तभी व्हाइट हाउस ने पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्य ट्विटर हैंडल को फॉलो किया था। व्हाइट हाउस के अधिकारी का कहना है कि ये एक रूटीन प्रोसेस है। व्हाइट हाउस के अधिकारी के मुताबिक, व्हाइट हाउस सिर्फ अमेरिकी सरकार से जुड़े ट्विटर हैंडल को फॉलो करता है।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि व्हाइट हाउस द्वारा ट्विटर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘अनफॉलो किए जाने’ से उन्हें निराशा हुई है और विदेश मंत्रालय को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं व्हाइट हाउस द्वारा ट्विटर पर हमारे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ‘अनफॉलो किए जाने’ से निराश हुआ हूं।’’ गांधी ने कहा कि विदेश मंत्रालय को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
बता दें कि हाल ही में व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्विटर पर फॉलो किया था, हालांकि अब दोनों नेताओं के ट्विटर हैंडल व्हाइट हाउस की फॉलोइंग सूची में नहीं हैं। गौरतलब है कि व्हाइट हाउस का ट्विटर हैंडल इस वक्त सिर्फ 13 लोगों को फॉलो कर रहा है, जो कि अमेरिकी सरकार के शीर्ष लोगों के हैंडल हैं।