नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में 15 सालों के बाद भारी मतदान हुआ है। पांच चरणों को मिला कर राज्य के 56.8% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इस बार की भारी वोटिंग में महिला मतदाताओं का बड़ा हाथ है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने ज्यादा मतदान किया और उनकी कुल भागीदारी 59.92 फीसदी रही है। पुरुष मतादाओं की संख्या 56.8 फीसदी रही है।
जिन 20 सीटों पर महिला वोटरों की मौजूदगी पुरुषों के मुकाबले 17 फीसद से भी ज्यादा रही उनमें से जेडी यू 11 सीटों पर विजयी रहा। इस लिहाज से देखें तो जेडी यू को मिले कुल वोट प्रतिशत से यह बहुत ज्यादा है। इन 11 सीटों में जेडी यू की जीत का फासला 14,000 से 54,000 के बीच रहा।
नीतीश कुमार की छवि प्रदेश की महिलाओं में बहुत अच्छी है। शुरू से ही ऐसी बातें चल रही हैं कि महिलाएं नीतीश कुमार के विकास और खास कर कानून-व्यवस्था में सुधार से बेहद खुश हैं और उनके वोट तो नीतीश के ही पक्ष में जाएंगे।
नीतीश महिला वोटरों की पहली पसंद रहे हैं। बेदाग छवि और जंगल राज से निजात दिलाने जैसे वादों के दम पर ही पिछले चुनाव में नीतीश कुमार के नाम महिलाओं ने मुहर लगाई थी। महिला वोट बैंक को मजबूत करने के लिये नीतीश ने कई कदम भी उठाए जैसे कामकाजी महिलाओं को लुभाने के लिए नीतीश कुमार ने शहरों में 150 वर्किंग वीमेंस हॉस्टल खोलने की घोषणा की, जहां सुरक्षा के साथ-साथ सारी सुविधाएं होंगी।