शिमला। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के लेख पर विवाद बढ़ने के बाद वह खुद मीडिया के सामने आए और अपने लेख को लेकर कहा कि उन्हें इसपर किसी तरह की सफाई देने की जरूरत नहीं है, मणिशंकर अय्यर ने कहा कि 9 दिन में देश की सरकार बदलने वाली है और उन्हें अपने लेख पर किसी तरह की सफाई देने की जरूरत नहीं है। मणिशंकर अय्यर ने खुद को मीडिया का शिकार बताया और कहा कि इसकी वजह से उनकी छवि को नुकसान हुआ है।
मणिशंकर ने कहा कि मैने एक पूरा लेख लिखा और मीडिया उस लेख में से सिर्फ एक लाइन उठाकर पूछ रहा है कि इसपर बयान दो, ‘’मैं इस तरह के खेल में शामिल नहीं होना चाहता, मैं उल्लू हूं लेकिन इतना बड़ा उल्लू नहीं हूं’’
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने मणिशंकर अय्यर के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी गलत बयान देने वालों कार्रवाई करते हैं, हालांकि मणिशंकर के बयान के लिए कांग्रेस प्रवक्ता एक तरह से प्रधानमंत्री मोदी कि जिम्मेदार ठहराते हुए दिखे, पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संवाद के स्तर को गिरा दिया है।
लोकसभा चुनावों के आखिरी दौर से पहले कांग्रेस के सीनियर नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवाद को जन्म दे दिया है। अय्यर ने इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर ‘नीच आदमी’ कहा है। दरअसल, एक वेबसाइट में लिखे अपने एक लेख में अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है। इस लेख में उन्होंने प्रधानमंत्री की शिक्षा पर भी सवाल उठाए हैं। अपने इस लेख के अंत में अय्यर ने पूछा है, 'याद है 7 दिसंबर 2017 को मैंने मोदी को क्या कहा था? क्या मैंने सही भविष्यवाणी नहीं की थी?'
दरअसल, 7 दिसंबर 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के एक कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर इशारों में जमकर निशाना साधा था और कहा था कांग्रेस ने एक परिवार को बढ़ाने के लिए बाबा साहेब के योगदान को दबाया। प्रधानमंत्री के इस बयान प प्रतिक्रिया देते हुए अय्यर ने मोदी को 'नीच' और 'असभ्य' का था। अय्यर ने कहा, 'मुझको लगता है कि यह बहुत नीच किस्म का आदमी है। इसमें कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है?