नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर देश के भीतर हुनरमंद लोगों को आगे बढ़ने का मौका मुहैया नहीं कराने का आरोप लगाया और इसके साथ ही उन्होंने प्रमुख अंतररराष्ट्रीय कारोबारी समूहों को आम लोगों द्वारा खड़ा किए जाने की मिसाल दी। उन्होंने कहा कि ‘शिकंजी बेचने वाले’ ने कोका-कोला जैसी कंपनी बना दी तो ‘ढाबा चलाने वाले’ ने मैक-डोनाल्ड जैसा बड़ा ब्रांड खड़ा कर दिया।
गांधी ने कांग्रेस के ओबीसी सम्मेलन में कहा, ‘‘क्या आप लोगों ने कोका-कोला कंपनी का नाम सुना है? कोका-कोला कंपनी को शुरु करने वाला जैसे अपने यहां शिंकजी बेचने वाले होते हैं वैसे ही एक शिंकजी बेचने वाला व्यक्ति था। वो अमेरिका में शिंकजी बेचता था। उसका अनुभव सार्थक हुआ, हुनर सार्थक हुआ, पैसा मिला, कोका-कोला कंपनी बनी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैकडोनाल्ड का नाम आपने सुना होगा। इसे शुरू करने वाला व्यक्ति ढाबा चलाता था। आप मुझे हिंदुस्तान में वो ढाबा दिखा दो, जिसने कोई कोका-कोला कंपनी बनाई हो। कहां है वो? फोर्ड कंपनी का नाम सुना है?, मर्सिडीज कंपनी का नाम सुना है?, होंडा कंपनी का नाम सुना है?, इन तीन कंपनियों को किसने चालू किया? कौन थे वो? वे मैकेनिक थे। फोर्ड मैकेनिक था, होंडा मैकेनिक था।’’
गांधी ने कहा कि भारत में हुनरमंद लोगों के आगे बढ़ने का अवसर नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में आने पर सभी हुनरमंद लोगों को उचित मौका मुहैया कराएगी।