नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारे लगाए जाने के मामले में अभी तक दिल्ली सरकार ने मुकदमा चलाने की इजाजत क्यों नहीं दी है? इसकी वजह गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताई। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार अभी इस केस की स्टडी कर रही है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पुलिस को चार्जशीट दाखिल करने में 3 साल लग गए और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली पुलिस ने बिना दिल्ली सरकार की इजाजत के चार्जशीट दाखिल कर दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के इस कदम से कई सवाल उठते हैं।
बुधवार को को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को कहा कि वे अधिकारियों को जल्द से जल्द मंजूरी देने को कहें। कोर्ट ने कहा कि अधिकारी अनिश्चित काल तक फाइल को अटका कर नहीं रख सकते। कन्हैया कुमार और अन्य पर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारे लगाने का आरोप है। अदालत ने कन्हैया कुमार और अन्य पर मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली पुलिस को 28 फरवरी तक का समय दिया है।
कन्हैया कुमार और उसके अन्य साथियों पर आरोप है कि उन्होंने फरवरी 2016 में भारतीय संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरू की दी गई फांसी के विरोध में मार्च निकाला और मार्च के दौरान देश विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शन के 4 दिन बाद कन्हैया कुमार और उसके कुछ साथियों की गिरफ्तारी हुई थी। फिलहाल कन्हैया कुमार जमानत पर बाहर है।