हैदराबाद | केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को आत्मविश्वास प्रकट करते हुए कहा कि निकट भविष्य में तेलंगाना, आंध्र और केरल भाजपा के गढ़ बनेंगे। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लोगों को यह फैसला लेना है कि क्या वे अपने राज्य को पार्टी का पहला गढ़ बनाना चाहते हैं। पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि जिस पार्टी ने हाल के लोकसभा चुनाव में 19 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं, वह निश्चित रूप में राज्य की सत्ता में आएगी।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे संगठन को हर बूथ में मजबूत करें और वोट शेयर को 50 प्रतिशत तक ले जाना सुनिश्चित करें, जैसा कि पार्टी द्वारा समूचे देश के लिए लक्ष्य तय किया गया है। केंद्र की सत्ता में भारी जनादेश के साथ पार्टी की वापसी के बाद पहली बार तेलंगाना के दौरे पर पहुंचे शाह ने राज्य में मजबूत प्रदर्शन करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा, "आप सबने मजबूत नींव रखी है, जिस पर पार्टी विशाल इमारत बनाएगी।"
शाह ने तेलंगाना में पार्टी के सदस्यता लक्ष्य में संशोधन करते हुए इसे 12 से 18 लाख कर दिया और कहा, "अगर आप इस लक्ष्य को पूरा नहीं कर सकें तो मुझे बताएंगे और मैं जिलों में अभियान चलाने में भाग लूंगा।" उन्होंने कहा कि इससे राज्य में पार्टी की सदस्यता दोगुनी हो जाएगी। यह कहते हुए कि वह एक समावेशी संगठन देखना चाहते हैं, शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे समाज के सभी तबकों के लोगों को सूचीबद्ध करें।
इससे पहले, शाह ने एक जनजातीय महिला को सदस्यता कार्ड जारी कर तेलंगाना में पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत की।उन्होंने हैदराबाद का बाहरी इलाका माने जाने वाले रंगा रेड्डी जिले के ममीदिपल्ली गांव में दोपहर का भोजन एक जनजातीय महिला सोनी नायक के घर में किया। भाजपा प्रमुख ने जनजातीय महिला और उसके परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की। इस मौके पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी, भाजपा की तेलंगाना इकाई के प्रमुख के. लक्ष्मण, राष्ट्रीय महासचिव पी. मुरलीधर राव और अन्य नेता भी उनके साथ थे।