पटना: राष्ट्रीय जनता दल के विधायक और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को पुलिस थाने के सामने धरना दिया। यादव ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में रहने वाली महिला की शिकायत के आधार पर जब उन्होंने FIR दर्ज करने के लिए कहा तो थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक ने टेलीफोन पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया। राजधानी पटना के बाहरी इलाके में स्थित फुलवारी शरीफ थाने में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव आज धरने पर बैठ गए। इससे थाने में जमकर नाटकबाजी हुई।
सैकडों समर्थकों के साथ धरने पर बैठे तेज प्रताप ने घोषणा की, ‘मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मुंहजोर पुलिस निरीक्षक की बर्खास्तगी के लिए पत्र लिखूंगा।’ बागी तेवर रखने वाले नेता ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उन्होंने थाना प्रभारी मोहम्मद कैसर आलम को गुरुवार को दिन में राष्ट्रीय जनता दल मुख्यालय से फोन मिलाया। इससे पहले एक महिला ने मुझसे संपर्क कर कहा था कि उसकी बहन के ससुराल वाले दहेज के लिए उसे परेशान कर रहे हैं।
समर्थकों की नारेबाजी के बीच बिहार सरकार के पूर्व मंत्री ने कहा, ‘जब मैंने निरीक्षक का नंबर लगाया तो उन्होंने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया। पुलिस निरीक्षक ने कहा कि उसे नहीं पता कि तेज प्रताप यादव कौन है। शराब प्रतिबंधित होने के बावजूद थाने में शराब की बोतल दिखाई पड़ी है। ऐसे पुलिसकर्मियों को निश्चित तौर पर बर्खास्त किया जाना चाहिए।’ पुलिस निरीक्षक ने मीडिया को बताया, ‘मुझे विधायक की ओर से कोई फोन नहीं आया। मैं FIR दर्ज करने के लिए हमेशा तैयार हूं लेकिन जब तक कोई लिखित में नहीं देता है, हम ऐसा नहीं कर सकते हैं।’
वहीं, जब महिला मंजू लता से जब पूछा गया कि क्या उसने तेज प्रताप से मदद मांगी थी, तो वह इसका जवाब नहीं दे सकी। (भाषा)