पटना: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फिर से भाजपा के साथ नाता जोड़ लेने पर आज दावा किया कि उन्होंने अपनी राजनीतिक विश्वसनीयता खो दी है और अब कोई भी राजनीतिक दल या राजनेता उनपर विश्वास नहीं करेगा।
नीतीश के पूर्व में भाजपा के साथ नाता तोड़ लेने को देखते हुए फिर से उनके राजग में शामिल होने पर उनका भाजपा के साथ गठबंधन अधिक समय तक कायम रहने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर तारिक ने आज कहा कि उन्हें लगता है कि राजग अथवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनपर भरोसा तो नहीं करेंगे, जिस तरह से उन्होंने पल्टी मारी है, अब कोई भी उनपर विश्वास नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल अथवा राजनेता अब उनपर विश्वास नहीं करेगा। जहां तक आवश्यकता होगी उन्हें इस्तेमाल करेगा और उन्हें लगता है कि अब उनका राजनीतिक भविष्य बहुत ही उज्जवल है, ऐसा नहीं दिखता क्योंकि राजनीति में सबसे अधिक किसी चीज का महत्व होता है तो वह है विश्वसनीयता। आपकी विश्वसनीयता जब एक बार खत्म हो गयी, मुश्किल होता फिर से उसे बना पाना।
नीतीश के विपक्ष में लौटने की संभावना के बारे में तारिक ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उनकी वापसी हो सकेगी और विपक्ष उनपर विश्वास करेगा। हमें ऐसा नहीं लगता क्योंकि ठीक वैसे समय जब देश में विपक्षी दल गोलबंद हो रहे थे उन्होंने उसे बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि यह अच्छा हुआ कि नीतीश कुमार का असली चेहरा 2019 के चुनाव के दो साल पूर्व ही लोगों के सामने आ गया क्योंकि अंतिम समय में अगर वे ऐसा फैसला लेते तो हम लोगों (विपक्ष) को संभलने में दिक्कत पेश आती पर अब विपक्ष के पास दो वर्ष है। तारिक ने कहा कि फिर से एक बार देश का विपक्ष एकजुट होगा और इसको लेकर आज उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात की थी और आगे की रणनीति पर उनसे विचार विमर्श हुआ है।
उन्होंने कहा कि आगामी 27 अगस्त को पटना में प्रास्तावित राजद की रैली में आने का निमंत्रण लालू जी ने उन्हें दिया है। हम लोग चाहेंगे कि विपक्ष के देश के सभी बडे नेता उसमें शामिल हों। उन्होंने जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव से बातचीत होने का का दावा करते तथा उनके अपने साथ आने की उम्मीद करते हुए कहा कि राजग में भी कई लोग उनके साथ जुडेंगे।
पटना स्थित राकांपा के प्रदेश कार्यालय में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए तारिक ने आरोप लगाया कि नीतीश का होटल के बदले भूखंड मामले में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से जनता की अदालत में स्पष्टीकरण पर अडे रहना, राजग में फिर से जाना के लिए एक बहाना मात्र था, ऐसा करने का वे पूर्व से ही मन बना चुके थे। उन्होंने कहा कि नीतीश ने जिन मुद्दों को लेकर पूर्व में भाजपा से नाता तोडा और प्रदेश की जनता ने उन्हें जिन मुद्दों को लेकर भाजपा के खिलाफ जनादेश दिया था, नीतीश ने उसी के साथ धोखा कर महागठबंधन से नाता तोड़ फिर से भाजपा में शामिल हो गए।