चेन्नई: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एच राजा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उनकी, तमिलनाडु के पुडुकोट्टाई जिले में भगवान गणेश की मूर्तियों के विसर्जन जुलूस को लेकर पुलिस के साथ कहासुनी हो गई। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह गुस्से में पुलिस के साथ बहस करते नजर आ रहे हैं। इसके बाद विपक्षी पार्टी DMK ने रविवार को उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की तो वहीं अन्नाद्रमुक सरकार ने भाजपा नेता की टिप्पणी की निंदा की।
राजा कई बार अपनी टिप्पणियों को लेकर विवादों में रहे हैं। शनिवार को मिय्यपुरम गांव में उनकी पुलिसकर्मियों के साथ बहस हुई जिसमें उन्होंने बल को ‘हिंदू विरोधी’ और ‘अत्यधिक भ्रष्ट’ कहा। ‘अदालत के एक आदेश’ का हवाला देते हुए पुलिस ने एक खास मार्ग से जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी। इससे राजा नाराज हो गए। राजा ने हालांकि पुलिस की दलील को स्वीकार करने से इंकार कर दिया। DMK के आयोजन सचिव आरएस बराथी ने रविवार को एक ट्वीट में तमिलनाडु सरकार से मांग की कि पुलिसकर्मियों और न्यायपालिका के खिलाफ टिप्पणी को लेकर राजा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
तमिलनाडु के वरिष्ठ मंत्री डी जयकुमार ने पुलिस के खिलाफ उनकी टिप्पणी की निंदा की और कहा कि सरकार कार्रवाई करने पर विचार कर रही है और कानूनी विशेषज्ञों के साथ राय ली जा रही है। उन्होंने यह उम्मीद भी व्यक्त की कि अदालत न्यायपालिका के खिलाफ टिप्पणी के लिए राजा के खिलाफ अपने आप कार्रवाई करेगी। मंत्री के बयान के कुछ ही घंटों बाद पुडुकोट्टई जिले में तिरूमयम पुलिस ने IPC की कई धाराओं के तहत भाजपा नेता राजा, 2 भाजपा पदाधिकारियों और हिंदु संगठनों के 5 स्थानीय नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
धर्म के आधार पर शत्रुता को बढ़ावा देना, गैर कानूनी ढंग से इकट्टा होना,सार्वजनिक उपद्रव, अश्लील शब्दों का इस्तेमाल, सरकारी कर्मचारी को अपने कर्तव्य का पालन करने से रोकना और आपराधिक धमकी देने से संबंधित धाराएं शामिल हैं। तिरूवरूर जिले में गणेश चतुर्थी जुलूस के मद्देनजर एक बैठक को संबोधित करते हुए राजा ने रविवार को कहा कि उनकी टिप्पणियां ‘चुनिंदा रूप से संपादित‘ थीं, और प्रसारित की जा रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदुओं के पक्ष में बोलने वाले किसी भी व्यक्ति को निशाना बनाया जा रहा है।