नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के असंतुष्ट नेता योगेंद्र यादव ने बुधवार को कहा कि स्वराज संवाद न तो कोई राजनीतिक पार्टी है और न ही कोई गैर सरकारी संगठन है। उन्होंने कहा कि यह एक सामूहिक नेतृत्व वाला होगा और यह व्यक्ति केंद्रित नहीं होगा। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि वह और प्रशांत भूषण अभी भी आप का हिस्सा हैं। योगेंद्र ने आगे कहा, "स्वराज संवाद कोई राजनीतिक पार्टी अथवा कोई गैर सरकारी संगठन नहीं है। हम आरटीआई के अंतर्गत आएंगे।"
आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर इशारा करते हुए योगेंद्र ने कहा, "हमारा संगठन सामूहिक नेतृत्व वाला होगा। यह व्यक्ति केंद्रित नहीं होगा।"
यहां पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए योगेंद्र ने कहा कि पूरे देश में स्वराज यात्राएं आयोजित की जाएंगी, जिनके माध्यम से वैकल्पिक राजनीति का संदेश प्रसारित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, "हम एक नया एजेंडा तय करेंगे और उसके अनुसार काम करेंगे।"
प्रशांत भूषण ने हालांकि इशारा किया कि यह अभियान राजनीतिक पार्टी में भी परिवर्तित हो सकता है। उन्होंने कहा कि अभियान की सफलता के बाद कुछ साल तक इसका विश्लेषण किया जाएगा उसके बाद आखिरी फैसला लिया जाएगा।
योगेंद्र ने प्रशांत के साथ मंगलवार को एक दिन के राष्ट्रीय सम्मेलन स्वराज संवाद का आयोजन किया था। यह आयोजन वैकल्पिक राजनीति के वर्तमान और भविष्य के फैसले पर चर्चा के मद्देनजर किया गया था। योगेंद्र ने कहा कि एक संचालन समिति का भी गठन किया जाएगा।
गौरतलब है कि आप के दोनों संस्थापक सदस्यों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से 28 मार्च को बाहर कर दिया गया था। आप की राजनीतिक मामलों की एक समिति की केजरीवाल के आवास पर बैठक हो रही है। इस बैठक में योगेंद्र और प्रशांत के पार्टी में भविष्य पर फैसला लिया जाएगा।
योगेंद्र ने कहा कि पार्टी के नेता आनंद कुमार इसके राष्ट्रीय संयोजक और नेतृत्वकर्ता होंगे। उन्होंने कहा, "स्वराज अभियान के लिए एक संचालन समिति गठित की जाएगी, जो कि अगले छह माह में स्वराज अभियान के संबंध में सभी फैसले लेगी। इसमें 100 सदस्य होंगे।"
उल्लेखनीय है कि प्रशांत और योगेंद्र ने मंगलवार को एक गैर राजनीतिक समूह स्वराज अभियान का गठन किया है। इस संगठन के झंडे तले वे पूरे देश का दौरा करेंगे और सांस्कृतिक, राजनीतिक, आर्थिक और समाजिक क्षेत्रों में स्वराज की स्थापना करेंगे।