नई दिल्ली. कांग्रेस पार्टी को आज बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस पार्टी की नेता और पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने पार्टी छोड़ दी है। सुष्मिता देव ने दो दिन पहले ही कांग्रेस डेलीगेशन के साथ कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी से मुलाकात की थी। ऐसे में आज उनके द्वारा इस्तीफा देना पार्टी के लिए चौंकाने वाला है। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि उन्होंने पार्टी छोड़ने के साथ ही पार्टी के सभी व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ दिए हैं।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहीं सुष्मिता ने 15 अगस्त को पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा। सुष्मिता ने अपने त्यागपत्र में पार्टी छोड़ने के कारण का कोई उल्लेख नहीं किया, हालांकि उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही खुद को मिले मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए सोनिया गांधी और पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आशा करती हूं जब मैं जनसेवा के अपने जीवन में नया अध्याय शुरू करने जा रही हूं तो आपकी शुभकामनाएं मेरे साथ होंगी।’’
वह असम के सिलचर से लोकसभा सदस्य रही हैं। उनके अगले राजनीतिक कदम के बारे में फिलहाल कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है, हालांकि उनके करीबी कुछ सूत्रों का कहना है कि वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद सुष्मिता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अपने प्रोफाइल से संबंधित कुछ जानकारियां बदल दीं। उन्होंने अपने प्रोफाइल में ‘कांग्रेस की पूर्व सदस्य’ और ‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष’ लिख दिया है। सुष्मिता देव के पिता संतोष मोहन देव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और केंद्र में मंत्री भी रहे।
कांग्रेस आंखें मूंदकर आगे बढती है- कपिल सिब्बल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सुष्मिता देव के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े करते हुए सोमवार को कहा कि पार्टी आंखें मूंदकर आगे बढ़ती है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। युवा नेता छोड़ते हैं जबकि हम ‘बुजर्ग’ पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रयास करते हैं तो उसके लिए भी जिम्मेदार ठहराया जाता है।’’