नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने IPL के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी से जुड़ा विवाद सामने आने से पहले ही कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस्तीफे की पेशकश कर दी थी पर विचार-विमर्श करने के बाद उनके इस्तीफे की पेशकश को ठुकरा दिया गया था।
सूत्रों ने बताया कि एक न्यूज़ चैनल ने रविवार को ललित मोदी के ट्रैवल डॉक्युमेंट से जुड़े ब्रिटिश सांसद कीथ वाज के ई-मेल्स पढ़े जाने से पहले चैनल ने सुषमा स्वराज को ई-मेल भेजकर कुछ सवाल पूछे थे और उनकी प्रतिक्रिया मांगी था। इस ईमेल के मिलने के बाद सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री से मिलकर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी थी।
सूत्र ने बताया कि मोदी ने अगले दिन बीजेपी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सीनियर नेताओं की मीटिंग बुलाई थी और यह विचार-विमर्श किया गया था कि इस मसले पर सरकार और पार्टी की रणनीति क्या होगी। सुषमा ने इस मीटिंग में अपना पक्ष रखते हुए साफ तौर पर कहा था कि वह नहीं चाहतीं कि उनकी वजह से सरकार को किसी तरह की शर्मिंदगी का सामना करना पड़े और वह इसके लिए इस्तीफा देने को भी तैयार हैं।