नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की सीनियर लीडर सुषमा स्वराज ने हैदराबाद में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अगर आतंकवाद कोई मुद्दा नहीं है तो आप एसपीजी की सुरक्षा लिए क्यों चलते हैं? सुषमा स्वराज ने कहा कि जिस परिवार के 2-2 लोग आतंकवाद का शिकार हुए हो, उस परिवार का बेटा (राहुल गांधी) ये कह रहा है कि आतंकवाद कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, राहुल जी अगर आतंकवाद कोई मुद्दा नहीं है तो आप एसपीजी की सुरक्षा लिए क्यों चलते हैं?
सुषमा ने कहा, ‘‘वह (राहुल गांधी) कहते हैं कि रोजगार एक मुद्दा है, आतंकवाद नहीं। मैं राहुल गांधी जी को कहना चाहती हूं, यदि आतंकवाद मुद्दा नहीं है और देश में कोई आतंकवाद नहीं है तो आप एसपीजी सुरक्षा के साथ क्यों घूमते हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘(पूर्व प्रधानमंत्री एवं राहुल के पिता) राजीव गांधी की हत्या के बाद से अभी तक आपका पूरा परिवार एसपीजी सुरक्षा घेरे में है। यदि आप महसूस करते हैं कि आतंकवाद कोई मुद्दा नहीं है तो मैं आपसे कहना चाहती हूं, आप लिखकर दीजिये कि आपको एसपीजी सुरक्षा नहीं चाहिए क्योंकि आप महसूस करते हैं कि देश में कोई आतंकवाद नहीं है और आपको किसी से भय नहीं है।’’
स्वराज ने यहां एक चुनावी सभा में पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी शिविरों पर हवाई हमलों का उल्लेख करते हुए कहा कि विपक्षी दलों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास नहीं है और वे पाकिस्तानी समकक्षों के बयानों को सही मान रहे हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि हवाई हमलों को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिला और उन्हें कई देशों के नेताओं की कॉल आयीं जिसमें उन्होंने आतंकवाद पर भारत के रुख की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि देश में विपक्षी दल फरवरी में जैशे मोहम्मद पर हवाई हमले के भाजपा द्वारा श्रेय लेने पर आपत्ति जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार को 2008 के मुम्बई आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए थी जिसमें 40 विदेशी नागरिकों सहित 166 लोग मारे गए थे।
स्वराज ने जनता के लिए राजग सरकार की पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी का चुनावी मुद्दा तीन मुद्दों पर होगा...सुरक्षा, विकास और कल्याण। उन्होंने कहा कि फाइबर आप्टिक नेटवर्क में 1.16 लाख गांव जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘देश में मात्र 77 पासपोर्ट केंद्र थे जो अब बढ़कर 505 हो गए हैं और तेलंगाना में मात्र चार थे जो अब बढ़कर 19 हो गए हैं।’’ (इनपुट-भाषा)