नयी दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को आज ट्विटर पर फिर से ट्रोल किया गया और उन पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगा। सुषमा के पति स्वराज कौशल ने एक ट्विटर उपयोगकर्ता की पोस्ट का स्क्रीनशॉट ट्वीट किया। इस पोस्ट में कौशल से कहा गया है कि वह मंत्री को ‘मुस्लिम तुष्टिकरण’ नहीं करने के बारे में समझायें। विदेश मंत्री ने भी इस व्यक्ति के कुछ ट्वीटों को फिर से ट्वीट किया। उन्होंने ट्रोलों के अन्य ट्वीट भी रीट्वीट किए जिन्होंने अलग अलग धर्म मानने वाले दंपती को पासपोर्ट जारी करने के बाद उनकी आलोचना की थी। सुषमा ने आज शाम ट्वीट किया, ‘‘दोस्तो : मैंने कुछ ट्वीटों को लाइक किया है। यह पिछले कुछ दिनों से हो रहा है। क्या आप ऐसी ट्वीटों को जायज ठहराते हैं।’’ (पैन - आधार को जोड़ने की समय सीमा 31 मार्च तक के लिए बढ़ाई गई )
विदेश मंत्री ने उनके काम की तारीफ करने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का धन्यवाद किया। भारत के राष्ट्रपति के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘‘देश से बाहर रह रहे हमारे नागरिकों को एक देश के तौर पर हमसे बहुत आशाएं हैं। मैं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के अनुकरणीय नेतृत्व के लिए उनकी प्रशंसा करता हूं। उन्होंने विदेश में रहे हमारे लोगों में जरूरत के समय में उन तक पहुंचने की सरकारी क्षमता के जरिए एक नया विश्वास पैदा किया है।’’ इससे कुछ ही दिन पहले सुषमा को पासपोर्ट जारी करने को लेकर विवाद के सिलसिले में ट्रोल किया गया था। यह पासपोर्ट उस महिला को जारी किया था जिसने अन्य धर्म के मानने वाले से विवाह किया था।
इस दंपती ने लखनऊ के पासपोर्ट सेवा केन्द्र में कार्यरत विकास मिश्रा पर उन्हें पासपोर्ट आवेदन को लेकर अपमानित करने का आरोप लगाया था। विवाद के बाद मिश्रा का स्थानांतरण कर दिया गया था। इस दंपती ने दावा किया कि मिश्रा ने महिला के पति से कहा कि वह हिन्दू धर्म अपना ले। अधिकारी पर यह भी आरोप लगाया कि उसने महिला को एक मुस्लिम से विवाह करने को लेकर आड़े हाथ लिया। बाद में पुलिस एवं एलआईयू (स्थानीय खुफिया इकाई) की रिपोर्ट में पाया गया कि महिला ने जो पता दिया था, वह उस जगह पिछले एक साल से नहीं रह रही थी।
सोशल मीडिया के एक वर्ग ने मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुषमा एवं मंत्रालय पर हमला बोला और कहा कि वह तो महज अपनी ड्यूटी कर रहा था। इस बारे में जो भी ट्वीट किये गये, उनमें से कई को सुषमा ने फिर से ट्वीट किया। यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्रालय ट्रोल करने वालों के खिलाफ किसी कार्रवाई पर विचार कर रहा है, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘विदेश मंत्री ने इस प्रकार के दुर्भावनापूर्ण ट्वीट और ट्रोल करने का अपने तरीके से जवाब दिया था। मुझे नहीं लगता कि मेरे पास इस बारे में कहने के लिए कुछ और है।’’