नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी पंजाब को लेकर मची कलह से पूराने दिग्गज कांग्रेसी नेता परेशान हैं। कांग्रेस में मची अंदरुनी कलह के बीच देश के पूर्व गृह मंत्री और सीनियर नेता सुशील कुमार शिंदे ने बड़ा बयान दिया है। सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि वाद-विवाद और संवाद कांग्रेस की परंपरा रही है, लेकिन आज ये परंपरा खत्म हो चुकी है। कलह को लेकर शिंदे ने इस पर दुख जताया और कहा कि पार्टी में आत्मचिंतन बैठकों को का आयोजन किया जाना चाहिए। शिंदे ने ये भी माना कि पार्टी की नीतियां गलत हो सकती हैं, लेकिन उन्हें ठीक करने के लिए चिंतन शिविरों की जरूरत है।
सुशील कुमार शिंदे ने पार्टी में वरिष्ठ नेताओं की अनसुनी पर भी बयान दिया, उन्होंने कहा कि एक समय कांग्रेस पार्टी में उनके शब्दों की कीमत थी और उनकी कही बात को सुना जाता था। शिंदे ने कहा कि उन्हें नंही पता कि अब उनके शब्दों की कीमत है या नहीं। शिंदे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी विचारधारा की संस्कृति भी खोती जा रही है और आज के वक्त में यह समझना मुश्किल है कि आखिर पार्टी कहां जा रही है।
सुशील कुमार शिंदे एक समय कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं में गिने जाते थे और वे यूपीए सरकार के समय गृह मंत्री सहित कई अन्य महत्वपूर्ण मंत्रालयों के मंत्री रह चुके हैं। वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं और मौजूदा समय में उनकी बेटी महाराष्ट्र में विधायक है।
सुशील शिंदे के इस बयान पर महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी शिवसेना की प्रतिक्रिया आई है। पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कांग्रेस को इस पर चिंतन करने की सलाह दी है, राउत ने कहा कि शिंदे कांग्रेस के सबसे सीनियर नेताओं में से एक हैं, ऐसे में उनकी बात पर कांग्रेस को मंथन करना चाहिए।