नई दिल्ली। मध्य प्रदेश को लेकर कांग्रेस पार्टी को सुप्रीम कोर्ट में झटका लगा है, सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को फ्लोर टेस्ट करवाने का निर्देश दिया है। मध्य प्रदेश सरकार और कांग्रेस पार्टी की तरफ से पेश हुए वकील मांग कर रहे थे कि अगर विपक्ष फ्लोर टेस्ट चाहता है तो अविश्वास प्रत्साव लेकर आए। लेकिन कोर्ट ने 20 मार्च को ही फ्लोर टेस्ट का निर्देश दिया है। मध्य प्रदेश विधानसभा के स्पीकर ने 26 मार्च के लिए विधानसभा की कार्रवाई को स्थगित कर दिया था लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद फ्लोर टेस्ट के लिए 20 मार्च को विधानसभा की कार्रवाई होगी और शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट करवाना होगा।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के 22 विधायकों ने त्यागपत्र दे दिया है जिस वजह से सरकार अल्पमत में आ गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार के सामने संकट पैदा हो गया है। विधायकी से त्यागपत्र देने वाले अधिकतर विधायक बेंगलुरू में एक रिजॉर्ट में रुके हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि विधायक अगर मध्य प्रदेश में वापस आना चाहते हैं तो मध्य प्रदेश डीजीपी और कर्नाटक जीडीपी उन्हें सुरक्षा मुहैया कराए।