नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक ने एक ऐसा बयान दिया है जो अलगाववादियों और पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं को खुश करेगा। विधायक जावेद राणा ने कहा है कि कश्मीर में पत्थरबाज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की पैदाइश हैं। यही नहीं उन्होंने कश्मीर में गड़बड़ी के लिए भारतीय एजेंसियों को जिम्मेदार ठहरा दिया। हालांकि उनके इस बयान से नेशनल कॉन्फ्रेंस की सहयोगी पार्टी कांग्रेस सहमत नहीं है। बुधवार को जब रेनबो स्कूल की बस पर पत्थरबाज़ों ने हमला किया तो सारे देश में इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया हुई। सबने पत्थरबाज़ों की इस शर्मनाक हरकत की निंदा की लेकिन अब लगता है जम्मू-कश्मीर के कुछ राजनीतिक दल पत्थरबाज़ों के बचाव में सामने आ गए हैं।
मेंढर से नेशनल कॉफ्रेंस के विधायक जावेद राणा ने अब ऐसा बयान दिया है जिसपर उनकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के नेताओं को भी भरोसा नहीं है। जावेद राणा ने कहा है कि कश्मीर के पत्थरबाज़ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस की पैदाइश है। पूर्व आर्मी चीफ और मौजूदा विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह का नाम लेते हुए जावेद राणा ने कश्मीर में आतंकवाद की समस्या के लिए भारतीय एजेंसियों को जिम्मेदार बता दिया।
ये पहला मौका नहीं है जब जावेद राणा ने विवादित बयान दिया है। इससे पहले वो सुरक्षा बलों के लिए अभद्र शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं। पीएम को लाहौर में तिरंगा फहराने की चुनौती दे चुके हैं। अब वो पत्थरबाज़ों को संघ की पैदाइश बता रहे हैं। जावेद राणा के इस बेसिरपैर के बयान से उनकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के नेता ही सहमत नहीं हैं। कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के हाईकमान से इस बयान का खंडन करने की मांग की है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस की लीडरशिप ने तो फिलहाल इस मामले में चुप्पी साध रखी है लेकिन एक बात तो साफ है कि जब चुने हुए विधायक इस तरह का ऊल-जुलूल बयान देते हैं तो वो एक तरह से अलगाववादियों और पाकिस्तान की ही मदद करते हैं। इससे पाकिस्तान को ये कहने का मौका मिलता है कि कश्मीर में गड़बड़ी के लिए वो नहीं बल्कि खुद भारत जिम्मेदार है। ऐसे में ज़रूरत इस बात की है कि फारुख अब्दुल्ला या उमर अब्दुल्ला जैसे नेता सामने आकर अपने विधायक के बयान का खंडन करें।