नई दिल्लीः विपक्षी दलों से अलग रूख अख्तियार करते हुए समाजवादी पार्टी ने ललित मोदी की मदद करने को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का खुलकर समर्थन किया और कहा कि सुषमा ने कोई अपराध नहीं किया है क्योंकि सत्ता में बैठे लोगों को जरूरत के समय लोगों की मदद करनी पड़ती है।
सुषमा का इस्तीफा मांग रही कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए सपा महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा कि वे तिल का ताड़ बना रहे हैं और हर मुद्देे पर इस्तीफा मांगना चलन हो गया है।
यादव ने पीटीआई-भाषा से कहा, सुषमा की ओर से ब्रिटेन का वीजा हासिल करने के लिए मानवीय आधार पर ललित मोदी की मदद करना पूरी तरह सही है। राजनीतिक लोगों को इस तरह के हालात में लोगों की मदद करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, क्या गलत है अगर किसी व्यक्ति की विदेश में अपनी पत्नी के उपचार के लिए वीजा पाने में मदद की जाती है।...मेरी जानकारी के मुताबिक उन्होंने तय नियमों के मुताबिक ब्रिटिश प्रशासन को ललित मोदी की मदद के लिए कहा।
सपा नेता ने कांग्रेस के उस आरोप को भी खारिज कर दिया कि ललित मोदी की ओर से सुषमा के एक परिजन को एक ब्रिटिश विश्वविद्यालय में दाखिले में मदद की एवज में विदेश मंत्री ने आईपीएल के पूर्व कमिश्नर की मदद की है।
यादव ने कहा, सुषमा ललित मोदी से कहीं ज्यादा प्रभावशाली रहीं हैं और अब भी हैं। उन्हें ललित मोदी की मदद की जरूरत नहीं है।
विपक्षी पार्टियों ने यह आरोप लगाते हुए सुषमा से त्यागपत्र की मांग की कि कानून के एक भगोड़े की मदद करके उन्होंने एक गंभीर अनुचित कार्य किया है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की भूमिका पर भी सवाल उठाया कि क्या सुषमा के कदम को प्रधानमंत्री की मौन सहमति प्राप्त थी।
कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री की भूमिका संदेह के घेरे में है। कांग्रेस ने उनसे 11 सवाल दागे जिसमें यह भी शामिल है कि उनके द्वारा किये गए पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के वादे का क्या हुआ।
यद्यपि सरकार, भाजपा के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी सुषमा के कदम को मजबूती से उचित ठहराया और उनके त्यागपत्र की मांगों को खारिज कर दिया। गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जोर देकर कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और केवल मानवीय आधार पर कार्य किया।
सरकार की ओर से समर्थन तब व्यक्त किया गया जब गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की।