इंदौर: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपना इंदौर दौरा रद्द कर दिया है। उन्होंने यह कदम अपने चाचा शिवपाल यादव के अलग होकर नई पार्टी बनाने के बाद उठाया है। शिवपाल ने बीते दिनों सपा से रिश्ता तोड़कर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा नाम से एक नए दल का गठन किया था। पार्टी में जारी इसी उथल-पुथल के बीच अखिलेश ने सोमवार को प्रस्तावित अपना इंदौर दौरा निरस्त कर दिया।
जन्माष्टमी के अवसर पर अखिलेश यहां यादव समाज की पारंपरिक शोभायात्रा में शामिल होने वाले थे। मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधासनसभा चुनावों के मद्देनजर उनका यह दौरा सियासी तौर पर महत्वपूर्ण आंका जा रहा था, क्योंकि समाजवादी पार्टी सूबे में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही है। समाजवादी पार्टी की प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष मूलचंद यादव बंते ने बताया, ‘सपा प्रमुख अपनी कुछ व्यस्तताओं के चलते यादव समाज की शोभायात्रा में शामिल होने इंदौर नहीं आ सके। उनका यह दौरा निरस्त हो गया।’
यादव ने बताया कि अखिलेश ने सपा की युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव के जरिये स्थानीय लोगों के लिये जन्माष्टमी पर अपनी शुभकामनाएं भिजवायीं। अखिलेश के चाचा और वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने अपनी कथित उपेक्षा के बाद सपा से अलग होकर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाया है। इसके साथ ही, ऐलान किया है कि उनकी नयी पार्टी उत्तरप्रदेश की सभी 80 सीटों पर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी।