नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते शिक्षा के साथ-साथ लगभग हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। दुनियाभर में फैली इस महामारी के बीच नीट और जेईई परीक्षा करवाने के निर्णय पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार की विफलता की वजह से छात्रों की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं करना चाहिए।
एक वीडियो बयान में, सोनिया गांधी ने कहा, "मेरे प्यारे छात्र, मैं आपके लिए महसूस करती हूं क्योंकि आप काफी मुश्किल स्थिति का सामना कर रहे हैं। आपके परीक्षा का मुद्दा, इसे कब और कहां होना चाहिए, एक बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा है, न केवल आपके लिए, बल्कि आपके परिवार के लिए भी।"
सोनिया गांधी ने कहा, "आप हमारा भविष्य हो, हम बेहतर भारत बनाने के लिए आप पर निर्भर हैं। अगर आपके भविष्य से संबंधित कोई भी निर्णय होता है तो यह महत्वपूर्ण है कि इसमें आपकी सहमति होनी चाहिए। मैं उम्मीद करती हूं कि सरकार आपको सुनेगी, आपके आवाज को सुनेगी और उसी अनुसार काम करेगी। यह मेरी सरकार को सलाह है। धन्यवाद। जय हिंद।"
राहुल गांधी ने भी मामले पर एक वीडियो बयान जारी किया और कहा कि सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "एनईईटी-जेईई उम्मीदवारों की सुरक्षा के साथ सरकार की विफलता की वजह से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। सरकार को निश्चित ही सभी हितधारकों की बात सुननी चाहिए और एक नतीजे पर पहुंचना चाहिए।"
इसके साथ ही उन्होंने छात्रों से कहा, "आप देश का भविष्य हैं। आप छात्र हैं और आप इस देश को नई ऊंचाईयों पर ले जाने वाले हैं।" राहुल ने कहा, "मैं जो समझ नहीं पा रहा हूं, वह यह है कि आपको क्यों जवाबदेह बनाया जा रहा है..सरकार को क्यों आपलोगों पर कुछ थोपना चाहिए? यह महत्वपूर्ण है कि सरकार छात्रों की सुने।" कांग्रेस ने शुक्रवार को पूरे देश में नीट और जेईई परीक्षा करवाने के सरकार के निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन किया।