नई दिल्ली। हाल में खत्म हुए 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन पर पार्टी की अंतिम अध्यक्षा सोनिया गांधी ने निराशा जताई है और पार्टी नेताओं को इस हार से सीख लेने के लिए कहा है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में पार्टी नेताओं के सामने यह बात कही है। सोनिया गांधी ने कहा है कि एक पार्टी के तौर पर हम सभी को इस हार (5 राज्यों में ) से इमानदारी के साथ सीख लेनी चाहिए। सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में 5 राज्यों के चुनाव नतीजों की समीक्षा की जाएगी।
पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। पश्चिम बंगाल में तो पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पायी है। पार्टी को उम्मीद थी कि केरल में उसका प्रदर्शन अच्छा होगा और सरकार बनाने में कामयाब हो जाएगी लेकिन वहां भी कांग्रेस पार्टी दूसरी बार विधानसभा चुनाव हार गई। असम में भी पार्टी को लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है। तमिलनाडु में हालांकि सहयोगी डीएमके के साथ उसका प्रदर्शन कुछ अच्छा रहा है और 18 सीटें जीती हैं लेकिन पुडुचेरी में पार्टी सिर्फ 2 ही सीटें जीत पायी है।
कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने कोरोना प्रबंधन को लेकर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार ने कोरोना के मुद्दे पर जल्द से जल्द ऑल पार्टी बैठक बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई राजनीति से ऊपर उठकर लड़नी होगी।
सोनिया गांधी से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कोरोना को लेकर सुझाव दिए हैं, अपने सुझावों में राहुल गांधी ने पीएम मोदी को वायरस को वैज्ञानिक तरीके से ट्रैक करने, वायरस के खिलाफ सभी वैक्सीन की क्षमता का जायजा लेने, देश के सभी लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन देने और वायरस के बारे में सारी जानकारी को पारदर्शी तरीके से उपलब्ध कराने के लिए कहा है। राहुल गांधी ने कहा है कि वायरस के 'अनियंत्रित' संक्रमण का असर न सिर्फ देश पर होगा बल्कि पूरी दुनिया पर प्रभाव पड़ेगा। राहुल गांधी ने कहा है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए देश में लॉकडाउन जरूरी हो गया है।