नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा है। इंडिया टीवी से बात करते हुए उन्होंने बतया कि उस दिन कांग्रेस प्रेसिडेंट का मेरे पास मैसेज आया कि I M trying to Reach You, मैं कहीं और था और जब मैने मैसेज देखा तो फोन किया और पूछा कि मैम आपका टेलिफोन आया था, तो उन्होंने कहा, हां अमरिंदर, I think You Should Resign, मैने कहा मैं क्यों नहीं मैं त्यागपत्र दे दूंगा, मैने कोई सवाल नहीं किया, मैने फिर त्यागपत्र भेज दिया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, "मैने जब कहा कि आज मैं अपना त्यागपत्र भेज दूंगा तो She Said, Amarinder I M Very Sorry...फिर मैने कहा, That's Fine Mam, No Problem...शायद हो सकता है कि उनके सलाहकारों ने कहा हो कि आपको बदलाव करके किसी और को लाना चाहिए। मेरे पास भी सलाहकार हैं, अगर मुझे कोई अगला कदम उठाना है तो मैं भी अपने सलाहकारों को पूछूंगा।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या इस मामले में राहुल और प्रियंका की भूमिका अहम रही तब उन्होंने कहा, "मैं तो दोनों के साथ काफी नजदीक रहा हूं, हालांकि पिछले डेड़ साल से कोविड के दौरान मैं उनसे नहीं मिला हूं, हर दूसरे दिन बात करते हैं, मुझे बोल देते, कभी मुझे संकेत भी नहीं दिया। प्रियंका जी से मेरी बात ज्यादा होती है। मुझे समस्या नहीं है कि अगर आप किसी को लाना चाहते हैं लेकिन मुझे बेइज्जत मत करो। मैं कितने सालों से साथ हूं, बच्चों को मैं कितने समय से जानता हूं।"
उन्होंने कहा, "मुझे जिस तरह से हटाया गया उससे मैं दुखी हूं। पहले तो जब मैने अपना त्यागपत्र देने का ऑफर किया था तब तो मना कर दिया था, फिर उसके बाद जब उन्होंने मन बदल दिया, तो कम से कम मुझे फोन तो करते। दुर्भाग्यवश राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इतना अनुभव नहीं है, वो जो बाहर बैठे हैं उनके सलाहकार वेणुगोपाल और उनके दूसरे लोग, वो उनको बताते होंगे कि यह हो जाएगा, वह हो जाएगा, उनके मन में कुछ और किस्म की सोच है वे मेरा चरित्र नहीं जानते, मैं यह सब नहीं करता, जब समय आ जाता है तो छोड़ देता हूं, मैं किसी चीज को पकड़ कर नहीं रखता।"
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