नई दिल्ली: तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओर डीएमके पार्टी के अध्यक्ष एम. करुणानिधि का निधन मंगलवार शाम हो गया। वह 94 वर्ष के थे और काफी समय से बीमार चल रहे थे। फिलहाल वह यूरीन इंफेक्शन से पीड़ित बताए जा रहे थे और कावेरी अस्पताल के डॉक्टरों की देखरेख में इलाज चल रहा था। करूणानिधि की गिनती दक्षिण भारत के बड़े नेताओं में होती थी। करुणानिधि के निधन के साथ ही तमिलनाडु की राजनीति में एक अध्याय की समाप्ति मानी जा रही है। उनके निधन की खबर सामने आते ही हॉस्पिटल के बाहर भारी संख्या में उनके समर्थक जमा हो गए। सोशल मीडिया में भी दक्षिण भारत के कई नामी दिग्गजों ने करुणानिधि के निधन शोक जताते हुए, अपनी तस्वीरें, यादें साझा की है।
दक्षिण भारत के सबसे बड़े नेताओं में होती थी गिनती
करुणानिधि कुल 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे। उन्हें तिरुचिरापल्ली जिले के कुलिथालाई विधानसभा से 1957 में तमिलनाडु विधानसभा के लिए पहली बार चुना गया। 1962 में वह राज्य विधानसभा में विपक्ष के उपनेता बने और 1967 में जब डीएमके सत्ता में आई तब वे सार्वजनिक कार्य मंत्री बने। 1969 में अन्नादुरई की मौत होने के बाद करुणानिधि को तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बना दिया गया। आखिरी बार मई 2006 के चुनाव में अपने गठबंधन द्वारा अपनी प्रमुख प्रतिद्वंद्वी जे. जयललिता को हराने के बाद उन्होंने यह पद संभाला था। तमिलनाडु विधानसभा में उन्हें 11 बार और अब समाप्त हो चुके तमिलानडु विधान परिषद में एक बार निर्वाचित किया गया है।