अमेठी (उप्र): केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर पाकिस्तान का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि यहां एक ऐसा नेता भी है जो दुश्मन देश को ज्यादा भाता है।
अमेठी के दौरे पर आईं स्मृति ने गौरीगंज स्थित चौहानापुर में जनसभा को सम्बोधित करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा ''भारत स्तब्ध था कि जब देश के गृह मंत्री संसद में एक तिरंगे और एक संविधान की बात कह रहे थे, तब राहुल गांधी के संकेत और आदेशानुसार कांग्रेस से ऐसे स्वर प्रस्फुटित हुए, जो भारत को विभाजित करने की कांग्रेस की मानसिकता का कहीं ना कहीं दर्शन देते थे।''
उन्होंने कहा ''यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान राहुल गांधी का समर्थन प्राप्त कर रहा है। आप सबको याद होगा, इससे पहले भी उनके मुंह से वही स्वर निकले जो पाकिस्तान को भाए। आज भारत का दुर्भाग्य है कि यहां एक ऐसा नेता भी है जो तिरंगे की कम सोचता है, तिरंगे को कम आंकता है और दुश्मन देश को ज्यादा भाता है।'' इस सवाल पर कि राहुल ने आज ट्वीट करके जम्मू-कश्मीर को लेकर सफाई दी है, केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा ''संसद की अपनी गरिमा होती है। वहां जो कहा जाता है उसका अपना मतलब होता है। कांग्रेस से मेरी यही अपील है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है और वहां के नागरिक चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकास हर घर तक पहुंचे।’’
स्मृति ने कहा, ‘‘राहुल जी अलगाववाद की आग ना लगाएं तो देश के लिए बेहतर होगा।'' प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस मौके पर राहुल पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जो भाषा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बोल रहे हैं वही अमेठी के पूर्व सांसद और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी बोल रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की अपनी पेशकश ठुकराए जाने के बाद से खुद के परमाणु शक्ति सम्पन्न देश होने की बात कह रहा है। ''मेरे लिए कहना तो थोड़ा बढ़कर हो जाएगा लेकिन पाकिस्तान के लिए अकेले उत्तर प्रदेश ही पर्याप्त है।''
इससे पहले, स्मृति ईरानी ने चौहानापुर में 31 करोड़ 71 लाख 48 हजार रुपये की योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अमेठी के लोगों को विकास के लिए 54 साल तक इंतजार करना पड़ा। गांधी-नेहरू परिवार पर हमला करते हुए स्मृति ने कहा कि अमेठी की जनता जिन्हें अपना कीमती वोट देकर संसद भेजती रही, उन्होंने अमेठी में विकास ही नहीं किया। स्मृति ने कहा, ‘‘उन लोगों ने अमेठी के लोगों के घरों में चिराग जलाने के बजाय अपने घरों में उजाला किया लेकिन अब वक्त गुजर चुका है अमेठी की जनता ने मुझे सांसद चुना है। अब किसी एक व्यक्ति के बंगले में नहीं, बल्कि अमेठी के हर घर में उजाला होगा।’’